आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी, अल्ट्राटेक सीमेंट को इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 238 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ है, जो पिछले साल की इसी तिमाही से लगभग 15 फीसदी कम है।
पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी को 279 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था। कंपनी ने बीएसई को बताया है कि उसे इस दौरान 358 करोड़ रुपये का नगद फायदा हुआ है।
कंपनी के मुताबिक इस तिमाही में उसकी बिक्री 12 फीसदी बढ़कर 38 लाख टन हो गई। यह पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही से 11 फीसदी ज्यादा है।
आईटीसी का मुनाफा बढ़ा
एफएमसीजी सेक्टर की बड़ी कंपनी आईटीसी ने 31 दिसंबर 2008 को समाप्त तिमाही में 8.72 प्रतिशत बढोतरी के साथ 903.21 करोड़ रुपए का शुध्द लाभ कमाया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को 830 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
बीएसई को दी गई जानकारी के अनुसार इस तिमाही में कंपनी को पिछली बार की तुलना में 11 फीसदी ज्यादा कमाई हुई है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में कंपनी को 3833 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
इस तिमाही में कंपनी को पर्सनल केयर की वस्तुओं, खाद्य पदार्थओं, कपड़ों, शैक्षिक उत्पादों और दूसरे गैर-एफएमसीजी उत्पादों की वजह से आईटीसी को भारी घाटा झेलना पड़ा। लेकिन सिगरेटों की बिक्री में इजाफे और इसके कृषि कारोबार में तेजी ने इस घाटे की अच्छी तरह से भरपाई कर दी।
कंपनी के जारी बयान के मुताबिक अब आईटीसी स्टेशनरी और पर्सनल केयर के बाजार पर खासा ध्यान देगी। साथ ही, वह सिगरेट के कारोबार में भी नए जोश के साथ लगेगी, जिससे इसके होटल कारोबार में हो रहे घाटे को पूरा किया जा सके।
कंपनी के मुताबिक उसके होटल कारोबार में घाटे की असल वजह आर्थिक मंदी और मुंबई पर नवंबर में हुए आतंकवादी हमले हैं। उसके होटलों की सबसे बुरी गत हुई दिसंबर में, जो पारंपरिक तौर पर टोल कारोबार के लिए सबसे कमाऊ महीनों में से एक होता है।
कंपनी ने बताया है कि उसने अपने घाटा दे रहे एफएमसीजी कारोबार में 2321 करोड़ रुपये लगाए हैं, जबकि मोटा मुनाफा दे रहे सिगरेट के कारोबार में कंपनी ने 2879 करोड़ रुपये की पूंजी लगाई है।
इसके अलावा, उसने 2069 करोड़ रुपये होटल कारोबार में लगाकर रखे हुए हैं, जबकि उसके 3802 करोड़ रुपये कागज के कारोबार में लगे हुए हैं। साथ ही, कंपनी ने अपने कृषि कारोबार में 835 करोड़ रुपये लगाए हुए हैं।
गुजरात एनआरई के मुनाफे पर चोट
कोकिंग कोल कंपनी गुजरात एनआरई को 31 दिसंबर 08 की समाप्त तिमाही में 13. 26 करोड़ रुपये का शुध्द मुनाफा हुआ है। पिछले साल की तीसरी तिमाही के नतीजों के मुकाबले 73.58 प्रतिशत कम है।
कंपनी ने बंबई स्टाक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि उसे पिछले साल की इसी तिमाही में 49.97 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था। कंपनी के मुताबिक मुनाफे में कमी की असल वजह वैश्विक मंदी है।
इस तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 439.32 करोड़ हो गई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में कंपनी की कमाई 252.57 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अरुण कुमार जगतरामका ने बताया कि, ‘हम काफी अनोखे उद्योग में काम कर रहे हैं। यहां हमारे पास न तो साथी हैं और न ही हमारे बारे में लोग-बाग आसानी से समझ सकते हैं।
हमारा कारोबार कोक और स्टील से काफी नजदीकी से जुड़ा हुआ है। तो ऐसे में हमें भी काफी उठा-पटक का सामना करना पड़ता है।’
नौ महीने में कंपनी को 210. 41 करोड़ रुपए का शुध्द लाभ हुआ है जो पिछले साल की इसी अवधि के लाभ से 97. 86 प्रतिशत ज्यादा है।
जेन टेक का लाभ बढ़ा
सिमुलेटर डेवलेपर जेन टेक्नोलॉजीज को 31 दिसंबर 08 को समाप्त तिमाही में 4. 73 करोड़ रुपए का शुध्द लाभ हुआ है जो पिछले साल की इसी तिमाही से 90.72 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी की इस घोषणा के बाद कंपनी के शेयर 10 फीसदी तक चढ़ गए।
कंपनी ने बंबई स्टाक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा कि उसे पिछले साल की समान अवधि में 2. 48 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था।
न्यूक्लियस के लाभ में गिरावट
वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में दिल्ली स्थित कंपनी न्यूक्लियस सॉफ्टवेयर का कर भुगतान के बाद शुध्द मुनाफे में 32 फीसदी की गिरावट आई है।
इस साल कंपनी को 10.55 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ है, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का शुध्द लाभ 15.52 करोड़ रुपये था।
वैसे, इस साल कंपनी की कमाई में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 14.3 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस तिमाही में कंपनी को 84.23 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जबकि पिछले साल की तीसरी तिमाही में कंपनी को 73.63 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।
त्रिवेणी का मुनाफा घटा
मुल्क की तीसरी सबसे बड़ी चीनी उत्पादक कंपनी त्रिवेणी इंजीनियरिंग ऐंड इंडस्ट्रीज के शुध्द लाभ में 6.6 फीसदी की कमी आई है। वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजों की मानें इसकी वजह है करों का बढ़ना।
कंपनी को इस तिमाही में 23.98 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ है। दूसरी तरफ, पिछले साल की तीसरी तिमाही में कंपनी को 25.68 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ था। कंपनी की कुल बिक्री में 5.33 फीसदी का इजाफा हुआ है।
इस तिमाही के दौरान कंपनी की 365.45 करोड़ रुपये की कुल बिक्री की। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंधन निदेशक ध्रुव सहानी का कहना है कि, ‘चीनी के कारोबार में हमारा प्रदर्शन काफी बेहतर रहा। वजह है, चीनी की की अच्छी खासी बिक्री। इस वक्त चीनी के कम उत्पादन की वजह से कीमतें चढ़ रही हैं।’