मारुति सुजूकी ने महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स के दबदबे वाले हल्के वाणिज्यिक वाहन (LCV) सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए आज अपनी सुपर कैरी का उन्नत मॉडल पेश किया।
वर्ष 2021-22 की तुलना में 2022-23 के दौरान LCV (माल ढुलाई वाले) सेगमेंट में अधिक वृद्धि देखी गई है। सायम के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 23 में LCV (माल ढुलाई वाले) की घरेलू बिक्री 18.44 प्रतिशत तक बढ़कर 5,59,150 वाहन हो गई। वित्त वर्ष 22 के दौरान इस सेगमेंट की वृद्धि दर 15.22 प्रतिशत थी।
मारुति ने सोमवार को कहा कि उसकी नई सुपर कैरी अब 1.2 लीटर उन्नत के-सीरीज डुअल जेट चार सिलेंडर इंजन से संचालित होगी। कंपनी ने कहा कि यह नया इंजन पांच रफ्तार वाले मैनुअल ट्रांसमिशन से युक्त है जो बेहतर ग्रेडेबिलिटी प्रदान करता है।
वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 के दौरान मारुति की सुपर कैरी की बिक्री वृद्धि कम रही। कंपनी ने वित्त वर्ष 23 में 38,006 वाहनों की बिक्री की, जिसमें 12.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वित्त वर्ष 22 में यह वृद्धि दर 14.4 प्रतिशत थी।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति LCV (माल ढुलाई) वाले सेगमेंट में छोटी भागीदार है। वित्त वर्ष 23 के दौरान महिंद्रा ऐंड महिंद्रा इस सेगमेंट में 43 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ बाजार की अग्रणी कंपनी रही है। वित्त वर्ष 23 के दौरान LCV सेगमेंट में 1,99,682 वाहनों की बिक्री करने वाली टाटा मोटर्स ने 35.71 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी दर्ज की।
मारुति सुजूकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि मारुति सुजूकी का हमेशा ऐसे उत्पादों की पेशकश करने में विश्वास रहा है, जो ग्राहकों की अपेक्षाओं से अधिक हों। भारतीय मिनी-ट्रक ग्राहकों की विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए निर्मित सुपर कैरी वर्ष 2016 में पेश किए जाने के बाद से 1.5 लाख से अधिक वाहन बिक्री के साथ वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट में भली-भांति स्वीकार की गई है।