प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी नायिका मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 59 फीसदी घटकर 28 करोड़ रुपये रह गया जबकि राजस्व 36 फीसदी बढ़कर 1,098 करोड़ रुपये हो गया। नायिका में सौंदर्य ई-कॉमर्स श्रेणी के मुख्य कार्याधिकारी अंचित नायर ने दीपशेखर चौधरी से बातचीत में मुनाफे में गिरावट की प्रमुख वजहों सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। पेश हैं मुख्य अंश:
शुद्ध लाभ में 59 फीसदी की भारी गिरावट की मुख्य वजह क्या रही?
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान हमने राजस्व और सकल मार्जिन में उल्लेखनीय वृद्धि के बल पर एबिटा में क्रमिक आधार पर 300 आधार अंकों की वृद्धि दर्ज की है लेकिन सालाना आधार पर इसे 2020-21 की तीसरी तिमाही की विशेष परिस्थितियों के आधार पर देखने की जरूरत होगी। उस दौरान विभिन्न कारकों का प्रभाव दिखा था। विपणन खर्च उनमें से एक प्रमुख कारक था जिसमें पूरे उद्योग में कृत्रिम गिरावट दिखी थी। डिजिटल और गैर-डिजिटल दोनों श्रेणियों के विपणन खर्च में पूरे उद्योग में नरमी दिखी थी और नायिका उससे अलग नहीं है। कुल मिलाकर पहली दो तिमाहियों के दौरान मांग काफी कम रही। तीसरी तिमाही तक मांग में सुधार दिखने लगा और लोगों ने जमकर खरीदारी की। इससे मुनाफे को बल मिला। विपणन खर्च अब कोविड-पूर्व स्तर पर लौट चुका है।
पिछले साल ई-कॉमर्स उद्योग का मानना था कि तेजी से डिजिटलीकरण के कारण ग्राहक हासिल करने की लागत घटी है। इस पर आप क्या कहेंगे?
विपणन खर्च ग्राहक हासिल करने की लागत नहीं है बल्कि यह उसका एक बड़ा घटक है। इसलिए ग्राहक हासिल करने की लागत भी पूरे उद्योग में पूर्व स्तर पर पहुंच चुकी है और प्रतिस्पर्धा काफी अधिक है। इससे सभी कंपनियां प्रभावित हो रही हैं। हालांकि हम भाग्यशाली हैं कि हमारा अधिकांश ट्रैफिक ऑर्गेनिक है और इसका कारण यह है कि नायिका सौंदर्य का पर्याय बन गई है।
क्या अधिक विपणन लागत के साथ मांग में तेजी बरकरार रह सकती है?
अब हमारे उद्योग सहित तमाम सार्वजनिक एवं निजी कंपनियों के लिए डिजिटल एवं गैर-डिजिटल दोनों श्रेणियों में विज्ञापन खर्च काफी अधिक होता है। एक कंपनी के तौर पर नायिका ने भविष्य की वृद्धि पर खर्च करने का निर्णय लिया है। हम ब्रांड निर्माण और ग्राहक बढ़ाने यानी दोनों मोर्चे पर भारी निवेश कर रहे हैं। मांग काफी हद तक कोविड-पूर्व स्तर पर लौट चुकी है। हम तीसरी लहर के खत्म होने के साथ ही इसमें तेजी की उम्मीद कर रहे हैं।
आपकी फैशन इकाई सौंदर्य एवं पर्सनल केयर इकाइयों के मुकाबले छोटी है लेकिन तेजी से बढ़ रही है। क्या अब आपका नजरिया बदल गया है?
भविष्य में अपने फैशन कारोबार के लिए अपेक्षा के बारे में हम फिलहाल कोई अनुमान जाहिर नहीं करना चाहते हैं। बिना किसी लाग-लपेट के मैं केवल इतना कहना चाहूंगा कि फैशन कारोबार की तेज रफ्तार बरकरार रहेगी। हम श्रेणियों के आधार पर सकल मार्जिन को अलग नहीं करते हैं और इसलिए इसके बारे में कुछ भी बताना संभव नहीं होगा। मैं कह सकता हूं कि दोनों में समान मार्जिन है लेकिन फैशन का रुझान थोड़ा अधिक है क्योंकि हम प्रीमियम श्रेणी में कारोबार करते हैं। सौंदर्य श्रेणी में हम बाजार की अग्रणी कंपनी हैं, फैशन कहीं अधिक बड़ा बाजार है जहां विकास के लिए काफी गुंजाइश है। फैशन श्रेणी में हमारी नजर सबसे बड़ी कंपनी बनने पर नहीं है क्योंकि हम प्रीमियम श्रेणी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
आप अपने ऑफलाइन स्टोर का नेटवर्क बढ़ा रहे हैं। कारोबार में ऑफलाइन और ऑनलाइन श्रेणी का योगदान कैसा है?
हम फिजिकल रिटेल स्टोर बनाम ई-कॉमर्स में कारोबार को अलग नहीं करते हैं लेकिन पिछली तिमाही के दौरान हमने 12 नए स्टोर खोले हैं और अब हमारे स्टोरों की संख्या बढ़कर 96 हो चुकी है।