बैटरी बनाने वाली प्रमुख कंपनी अमर राजा बैटरीज (एआरबीएल) ऊर्जा एवं मोबिलिटी कारोबार में बड़ा दांव लगाने की संभावनाएं तलाश रही है। कंपनी आगामी वर्षों के दौरान इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी), मकानों में उन्नत ऊर्जा समाधान और अन्य संबद्ध उत्पादों एवं सेवाओं में उतरने की तैयारी कर रही है।
कंपनी अपने कारोबार का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। उसने खुद को ऊर्जा एवं मोबिलिटी क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी के तौर पर स्थापित किया है। इसके तहत कंपनी लेड एसिड बैटरी के अपने प्रमुख कारोबार में विस्तार करने के अलावा एक नई ऊर्जा रणनीतिक कारोबार इकाई स्थापित करेगी जो लीथियम सेल, बैटरी पैक, ईवी चार्जर, ऊर्जा भंडारण प्रणाली, मकानों में उन्नत ऊर्जा समाधान और संबंधित उत्पाद एवं सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी। कंपनी बोर्ड ने सोमवार को शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की भी घोषणा की है। संस्थापक चेयरमैन रामचंद्र गल्ला करीब साढ़े तीन दशक के अपने कार्यकाल के बाद जयदेव गल्ला को अपना उत्तराधिकारी बनाते हुए अब सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसके अलावा बोर्ड में अगली पीढ़ी के हर्षवर्धन गौरीनेनी और विक्रमादित्य गौनीनेनी को कार्यकारी निदेशक के तौर पर शामिल किया गया ताकि ऊर्जा एवं मोबिलिटी में कंपनी की रफ्तार को सक्रियता से बढ़ाई जा सके।
अमर राजा बैटरीज की ओर से ये घोषणाएं ऐसे समय में की गई हैं जब भारत के नीति निर्माताओं द्वारा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर काफी जोर दिया जा रहा है ताकि तेल के आयात बिल और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाया जा सके। स्वदेशी विनिर्माण को प्रोत्साहित करने और बैटरी की लागत को कम करने के लिए सरकार ने 18,100 करोड़ रुपये के अनुमानित परिव्यय के साथ उन्नत रसायनिक सेल के विनिर्माण के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) की घोषणा की है।
