रेलवे द्वारा मालभाड़े में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद ट्रांसपोर्टर्स भी अपने भाड़े में बढ़ोतरी का मन बना रहे हैं।
हालांकि उनकी तरफ से इसकी कोई औपचारिक घोषणा की नहीं की गयी है। लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना शुरू कर दिया है। रेलवे अगले महीने से मालभाड़े में बढ़ोतरी करने जा रहा है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्टर्स के पदाधिकारियों के मुताबिक ट्रक व अन्य मालवाहक वाहनों के भाड़े की बढ़ोतरी की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की जाती है।
और न ही ट्रकों का या अन्य मालवाहकों के भाड़े बिल्कुल ही तय होते हैं। इस बाजार में पूर्ण रूप से मांग व पूर्ति का सिध्दांत काम करता है। मोटर कांग्रेस के अध्यक्ष चरन सिंह लोहारा कहते हैं कि रेलवे के मालभाड़े में बढ़ोतरी से हो सकता है कि कुछ सामानों की ढुलाई उनकी ओर हस्तांतरित हो जाए। ऐसा होता है तो निश्चित रूप से उनकी मांग अधिक होगी।
लेकिन अभी यह देखना पड़ेगा कि किन-किन चीजों की ढुलाई हस्तांतरित होती है। पहले से ही ट्रकों के जरिए ढुलाई रेलवे के मुकाबले महंगी होती है। रेलवे द्वारा मालभाड़े में15 फीसदी तक बढ़ोतरी के बावजूद ट्रक व रेलवे के बीच भाड़े का अंतर कम नहीं होगा।