महंगाई ने बजाए बारह

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 3:45 PM IST

सरकार और रिजर्व बैंक की तमाम कवायद के बावजूद 26 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़कर 12.01 फीसदी पर पहुंच गई, इसके पिछले सप्ताह 11.98 फीसदी थी। महंगाई का यह आंकड़ा 13 वर्षों में सर्वाधिक है।


पिछले साल की समीक्षाधीन अवधि में मुद्रास्फीति 4.70 फीसदी थी। हालांकि वित्त मंत्रालय इस बात से खुश है कि पिछले कुछ हफ्तों से महंगाई दर की रफ्तार पर लगाम लगी है और इसमें मामूली इजाफा हुआ है। यही वजह है कि वित्त मंत्रालय यह कह रहा है कि हफ्ता-दर-हफ्ता महंगाई दर को देंखें तो यह लगभग स्थिर बना हुआ है और थोक मूल्य सूचकांक में खास बदलाव नहीं आया है।

हालांकि तमाम कवायदों के बाद भी सरकार कह रही है कि अभी कुछ माह तक महंगाई दर दहाई अंकों में बनी रहेगी। समीक्षाधीन हफ्ते में दाल, अंडे, मछली, मांस और मसालों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मुद्रास्फीति की दरों में इजाफा हुआ। इस दौरान लोहा और इस्पात की कीमतें अपरिवर्तित रहीं, लेकिन सीमेंट की कीमतों में आंशिक तौर पर बढ़ोतरी हुई।

First Published : August 7, 2008 | 11:52 PM IST