Categories: आईटी

वित्त वर्ष 2022 में नए स्क्रीन लगाएगी पीवीआर

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 7:18 AM IST

देश की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स ऑपरेटर पीवीआर वित्त वर्ष 2022 में 40 नए स्क्रीन खोलेगी, क्योंकि फिल्म प्रदर्शन व्यवसाय वित्त वर्ष 2021 की चुनौतियों के बाद अब धीरे धीरे पटरी पर लौट रहा है।
इस कदम की जरूरत इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि हिंदी फिल्म निर्माता अप्रैल और दिसंबर के बीच बड़े रिलीज की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि नए कंटेंट के लिए मांग में सुधार आया है। पीवीआर ने वित्त वर्ष 2021 में दो चरण में 1,100 करोड़ रुपये की पूंजी भी जुटाई, जिसमें से कुछ को अगले साल नए स्क्रीन खोलने पर खर्च किए जाने की संभावना है।
पीवीआर में संयुक्त प्रबंध निदेशक संजीव कुमार बिजली ने कहा, ‘पेश किए जाने वाले नए स्क्रीन की संख्या वित्त वर्ष 2022 में निश्चित तौर पर बढ़ जाएगी। इसकी एक वजह यह है कि मार्च 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन शुरू होने से पहले विकास के विभिन्न चरणों में हमारे पास कई परियोजनाएं थीं। नवंबर में सिनेमाघरों को खोले जाने के बाद से करीब 10 नए स्क्रीन शुरू किए गए हैं। अगले वित्त वर्ष 40 नए स्क्रीन पेश किए जाएंगे।’
शुक्रवार को, पीवीआर ने मैसूर में 6 स्क्रीन और कानपुर में 3 स्क्रीन वाले मल्टीप्लेक्स की पेशकश की। ये दोनों परियोजनाएं वित्त वर्ष 2021 में अब तक खोले गए 10 नए स्क्रीनों का हिस्सा हैं। लखनऊ में 1 स्क्रीन नवंबर 2020 में पेश किया गया था।
वित्त वर्ष 2022 में 40 नए स्क्रीन वित्त वर्ष 2020 में पेश किए गए स्क्रीनों की संख्या के आधे से भी कम हैं। वित्त वर्ष 2020 में पीवीआर ने 87 नए स्क्रीन पेश किए गए थे, जो भारत में किसी मल्टीप्लेक्स ऑपरेटर द्वारा सर्वाधिक आंकड़ा था। बिजली का मानना है कि वित्त वर्ष 2021 में व्यवसाय पर दबाव को देखते हुए फिर भी यह शुरुआत के लिए अच्छा आंकड़ा है।
अक्षय कुमार द्वारा अभिनीत सूर्यवंशी 2 अप्रैल को रिलीज के लिए तैयार है। सलमार खान की राधे रमजान ईद के दौरान 12 मई को रिलीज की जाएगी, जबकि रणवीर सिंह की 83, आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी और आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा को 4 जून, 30 जुलाई, और 24 दिसंबर को रिलीज किया जाएगा।
बिजली के अनुसार, बड़ी फिल्मों के रिलीज होने से सिनेमाघरों में दर्शकों की संख्या (ऑक्यूपेंसी लेवल) सुधरेगी। उन्होंने कहा कि ऑक्यूपेंसी लेवल अभी करीब 10 प्रतिशत है और वित्त वर्ष 2022 की सितंबर तिमाही तक यह 30-35 प्रतिशत तक पहुंच जाने की संभावना है।
इस क्षेत्र के विश्लेषकों का कहना है कि महामारी से पहले, पीवीआर का ऑक्यूपेंसी लेवल 35 प्रतिशत से ऊपर था, जिससे पता चलता है कि उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ रहा है और लोग अब अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। इलारा कैपिटल में शोध उपाध्यक्ष करन तौरानी का कहा है कि पारंपरिक तौर पर भारत में सिनेमाघर ऐसी जगह माने जाते हैं जहां लोग अपने मनोरंजन के लिए जाना पसंद करते हैं।
जहां महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान और झारखंड में सिनेमाघर 50 प्रतिखत क्षमता पर परिचालन कर रहे हैं, वहीं दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्य 100 प्रतिशत क्षमता पर परिचालन कर रहे हैं।
लेकिन विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि बाद में आ रहे कोविड-19 मामलों पर गंभीरता से नजर रखे जाने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु समेत पांच राज्य कुल कोविड मामलों के संदर्भ में सबसे ज्यादा प्रभावित बने हुए हैं।

First Published : March 8, 2021 | 11:52 PM IST