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FMCG की मांग नरम, लेकिन ग्रामीण सुधार जारी: HUL के सीईओ रोहित जावा

HUL ने दिसंबर तिमाही में ₹2,984 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया।

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शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- January 22, 2025 | 11:06 PM IST

रोजमर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से 18.9 फीसदी बढ़ा है। कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी मुख्य रूप से ‘प्योरइट’ के कारोबार को बेचने और विज्ञापन खर्च में कटौती की वजह से हुई है।

वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में एचयूएल को 2,984 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में उसे 2,501 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। मगर कंपनी की आय लगभग सपाट रही। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में एचयूएल की आय इससे पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1.6 फीसदी बढ़कर 15,818 करोड़ रुपये रही।

एचयूएल के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक रोहित जावा ने कहा, ‘एफएमसीजी उत्पादों की मांग नरम है। शहरी इलाकों में मांग में नरमी बनी हुई है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में धीरे-धीरे सुधार दिख रहा है। हमने अच्छा मार्जिन बरकरार रखा है और ब्रांड तथा क्षमता पर निवेश करके प्रतिस्पर्धी वृद्धि हासिल की है।’ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने विज्ञापन और प्रमोशन पर 1,507 करोड़ रुपये खर्च किया जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 1,626 करोड़ रुपये से 7.3 फीसदी कम है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में कंपनी की आय 0.7 फीसदी घटी है जबकि मुनाफा 15.2 फीसदी बढ़ा है।

एचयूएल के कार्यकारी निदेशक (वित्त एवं आईटी) और सीएफओ रितेश तिवारी ने कहा, ‘बाजार से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि ज्यादातर उत्पादों में छोटे पैक की बिक्री तेजी से बढ़ी है। यह वर्तमान व्यापक आर्थिक स्थिति और शहरी क्षेत्र में नरम वृद्धि के कारण उपभोक्ता पैटर्न में अस्थायी बदलाव का संकेत है। प्रीमियम खंड की मांग में तेजी बनी हुई है।’

एचयूएल ने दिसंबर तिमाही में अपने कुछ उत्पादों के दाम बढ़ाए थे। तिवारी ने कहा कि कंपनी अब चाय और स्किन क्लिंजिंग के दाम बढ़ाने पर विचार कर रही है।

मिनिमलिस्ट की 90% हिस्सेदारी लेगी एचयूएल

हिंदुस्तान यूनिलीवर ने बुधवार को ऐलान किया कि उसने प्रीमियम ब्यूटी ब्रांड मिनिमलिस्ट की 90.5 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए करार पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सौदा 2,955 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर होगा। एचयूएल ने आय की घोषणा के दौरान कहा कि लेनदेन की शर्तों के तहत बाकी 9.5 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण दो साल में संस्थापकों से किया जाएगा।

कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह सौंदर्य और बेहतरी पोर्टफोलियो में बदलाव की दिशा में एक और कदम है। यह सौदा वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है। स्किनकेयर ब्रांड की स्थापना साल 2020 में मोहित यादव और राहुल यादव ने की थी और मिनिमलिस्ट सबसे तेजी से बढ़ने वाले डिजिटल फर्स्ट ब्रांडों में से एक है।

चार साल के भीतर इस कारोबार का सालाना राजस्व रनरेट (एआरआर) 500 करोड़ रुपये रहा है और यह अधिग्रहण उपभोक्ता सामान बनाने वाली दिग्गज के सौंदर्य और बेहतरी डिवीजन का हिस्सा होगा जिसकी अगुआई एचयूएल के कार्यकारी निदेशक (ब्यूटी ऐंड वेलबीइंग) हरमन ढिल्लों कर रहे हैं।

First Published : January 22, 2025 | 11:06 PM IST