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FPO से 20,000 करोड़ रुपये जुटाएगा अदाणी समूह, ग्रीन हाइड्रोजन पर 11 हजार करोड़ रुपये निवेश करेगा

Published by
देव चटर्जी
Last Updated- January 18, 2023 | 11:40 PM IST

अदाणी समूह की मुख्य कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (एईएल) अपने अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल ग्रीन हाइड्रोजन व एयरपोर्ट परियोजना में 11,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत निवेश पर करेगी। इसके अलावा सड़क, एयरपोर्ट और सौर परियोजनाओं के कर्ज निपटान पर 4,100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कंपनी ने विवरणिका में यह जानकारी दी है।

20,000 करोड़ रुपये के एफपीओ के लिए आवेदन 27 जनवरी से किए जा सकेंगे और यह 31 जनवरी को बंद होगा। इसमें निवेशकों को 50 फीसदी रकम आवेदन के साथ और बाकी दो किस्तों में चुकाने का विकल्प होगा।

कंपनी ने कहा कि वह पूरी तरह से एकीकृत ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम स्थापित कर रही है ताकि कम लागत वाली अक्षय ऊर्जा तक पहुंच हो। साथ ही वह कम लागत वाले ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन बड़े पैमाने पर करेगी और डाउनस्ट्रीम उत्पादों का विनिर्माण भी करेगी।

समूह ने साल 2030 तक ग्रीन हाइड्रोजन समेत ग्रीन एनर्जी में 70 अरब डॉलर के निवेश की महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया था। कंपनी ने कहा कि वह सोलर विनिर्माण का विस्तार कर रही है जहां सोलर मॉड्यूल के प्राथमिक कलपुर्जे मसलन सिलिकन, इनगॉट्स, वेफर्स, मॉड्यूल के सेल व संबंधित सहायक उत्पादों का विनिर्माण होगा।

कंपनी की योजना अपने सोलर मॉड्यूल विनिर्माण का विस्तार मुंद्रा स्पेशल इकनॉमिक जोन में 10 गीगावॉट सालाना करने की है। साथ ही वह मेटलर्जिकल ग्रेड सिलिकन, पॉलीसिलिकन, इनगॉट्स, वेफर्स, सेल्स और मॉड्यूल का भी विनिर्माण करेगी।

एईएल की सहायक मुंद्रा सोलर टेक्नोलॉजी इनगॉट्स व वेफर्स के विनिर्माण के लिए 2 गीगावॉट सालाना उत्पादन वाले नए संयंत्र लगाने की है।
इसमें कहा गया है कि हमारे सोलर विनिर्माण केंद्र में अभी सेल्स, मॉड्यूल और सहायक उत्पादों का विनिर्माण होता है।

इसकी स्थापित क्षमता 3.5 गीगावॉट है (2 गीगावॉट मोनोक्रिस्टलाइन क्षमता और 1.5 गीगावॉट सालाना मल्टी-क्रिस्टलाइन टेक्नोलॉजी समेत)। कंपनी ने कहा है कि उसका इरादा भविष्य में इसे बढ़ाकर 10 गीगावॉट तक विस्तार करने का है।

मुंद्रा सोलर टेक्नोपार्क इंटिग्रेटेड प्लांट की स्थापना के तहत कंपनी 1,800 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण, भवन निर्माण, सिविल व बुनियादी ढांचे के काम, संयंत्र व मशीनरी की खरीद, यूटिलिटीज और अन्य पर खर्च करेगी।

एईएल ने कहा कि अहमदाबाद एयरपोर्ट विस्तार परियोजना के तहत कुल अनुमानित खर्च 2,268 करोड़ रुपये की है और मंगलूरु परियोजना पर 300 करोड़ रुपये। कंपनी लखनऊ एयरपोर्ट विस्तार परियोजना पर 2,700 करोड़ रुपये निवेश करेगी।

कंपनी ने कहा कि वह गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण पर निवेश करेगी। इसमें हरदोई-उन्नाव परियोजना की कुल अनुमानित लागत 7,669 करोड़ रुपये है।

First Published : January 18, 2023 | 11:40 PM IST