जिंस उत्पाद व उसकी सेवाओं से जुड़े बाजार के बढ़ते कारोबार को देखते हुए नेशनल कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) कमोडिटी सर्टिफिकेशन कोर्स व प्रोफेशनल कोर्स शुरू करने जा रहा है।
सर्टिफिकेशन कोर्स ऑनलाइन होगा और इसके लिए पूरे देश भर में 40 केंद्र बनाए गए हैं। जबकि प्रोफेशनल कोर्स की शुरुआत आगामी 7 जुलाई से होगी। 50 घंटे के इस कोर्स के लिए ई-लर्निंग के साथ क्लासरूम प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे।
एनसीडीईएक्स ने इस पाठयक्रम के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय व चेन्नई स्थित इंस्टीटयूट फॉर मैनेजमैंट एंड रिसर्च (आईएफएमआर) से भी करार किया है। जिंस की दुनिया में यह देश का पहला ई-लर्निंग कार्यक्रम है। एनसीडीईएक्स के उत्तर व पूर्वी अंचल के प्रमुख के. रघुनाथन ने बताया कि ये पाठय्क्रम उन छात्रों के लिए काफी लाभदायक होगा जो पहले से ही किसी बिजनेस स्कूल में पढ़ रहे हैं।
साथ ही जिंसों से जुड़ी संस्था में काम करने वाले लोगों को भी इस पाठयक्रम से काफी सहायता मिलेगी। रघुनाथन के मुताबिक वर्ष 2003 में राष्ट्रीय स्तर के तीन कमोडिटी एक्सचेंजों की स्थापना के बाद इसके कारोबार में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इन तीनों एक्सचेंजों में रोजाना 15,000 करोड़ रुपये कारोबार होता है। पिछले पांच सालों के दौरान कमोडिटी डेरिवेटिव बाजार में 50 गुना की वृध्दि दर्ज की गयी है।
वर्ष 2003 में यह बाजार 66,530 करोड़ रुपये का था, जो वर्ष 2007 में बढ़कर 33,75,336 करोड़ रुपये का हो गया। 2010 तक इसका बाजार 7,415,613 करोड़ रुपये का हो जाने की संभावना है। ऐसे में किसान, नीति निर्धारकों व अन्य लोगों को कमोडिटी बाजार की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित लोगों की जरूरत महसूस की जाने लगी है। दूसरी ओर कमोडिटी प्रोफेशन कोर्स के तहत छात्रों को 30 घंटे का प्रशिक्षण क्लास रूम में दिया जाएगा तो 20 घंटे का प्रशिक्षण उन्हें ई-लर्निंग के जरिए मिलेगा।