दिल्ली नगर निगम के चुनाव (Delhi MCD Election) परिणामों में आम आदमी पार्टी (आप) ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, सभी सीटों के परिणाम आ गए हैं और एमसीडी के 250 वार्ड में से आम आदमी पार्टी को 134 में जीत मिली है, जबकि भाजपा के हिस्से में 103 सीटें गई है। वहीं कांग्रेस को महज 10 सीटों पर संतोष करना पड़ा है।
‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि महज 10 साल पुरानी पार्टी ने देश की सबसे बड़ी पार्टी (भाजपा) को उसी के गढ़ में ‘मात’ दे दी। उन्होंने कहा, ‘परिणामों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ‘आप’ एक बेहद ईमानदार पार्टी है।’ सिंह ने कहा कि परिणाम इसलिए भी उल्लेखनीय हैं, क्योंकि भाजपा ने चुनाव प्रचार के लिए 17 केंद्रीय मंत्रियों सहित सभी शीर्ष नेताओं को मैदान में उतारा था। ‘आप’ के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी 230 वार्ड में जीत दर्ज करेगी। पार्टी के लिए एमसीडी चुनाव में स्पष्ट जीत दिल्ली पर उसके प्रभाव का एक और उदाहरण होगी।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, ‘15 साल की सत्ता विरोधी लहर के बावजूद हमारा प्रदर्शन बेहतर है। हमने नगर निगमों में दिल्ली के लोगों के कल्याण के लिए काम किया, लेकिन शायद कुछ लोग खुश नहीं हैं। हालांकि, भाजपा के खिलाफ कोई नाराजगी नहीं है।’
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतों की गिनती बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई। एमसीडी के 250 वार्ड के लिए चार दिसंबर को मतदान हुआ था, जिसमें 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है। चुनाव में इस बार 50.48 फीसदी मतदान हुआ। इससे पहले 2017 के नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 270 वार्ड में से 181 पर जीत दर्ज की थी। प्रत्याशियों के निधन के कारण दो सीट पर मतदान नहीं हो सका। ‘आप’ ने 48 वार्ड और कांग्रेस ने 27 वार्ड जीते थे। उस साल करीब 53 फीसदी मतदान हुआ था।