टू-स्ट्रोक इंजन वाले ऑटो और 15 साल पुराने वाहनों को 31 जुलाई तक बंद करने के उच्च न्यायालय के आदेश को लागू करने में पश्चिम बंगाल सरकार को मुश्किल हो रही है।
पर्यावरणविद् सुनीता नारायण ने दावा किया है कि सरकार इस मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है और इसीलिए अब शहर के वातावरण में खतरनाक गैसों की मौजूदगी में तेजी से इजाफा हुआ है।
सीएसई की निदेशक सुनीता नारायण ने बताया कोलकाता में कुल 2,000 किलोमीटर लंबी सड़क है , जो शहर के कुल क्षेत्र का लगभग 6 फ ीसदी ही है। जबकि दिल्ली में लगभग 31,000 किलोमीटर लंबी सड़क ही है। ऐसे में कोलकाता में बेहतर सड़क यातायात तंत्र की स्थापना करना काफी आसान होता।
लेकिन सरकार के गैर-जिम्मेदारान रवैये से शहर में प्रदूषण बहुत तेजी से बढ़ रहा है।