क्या मार्च 2026 तक 90,000 के पार जाएगा सेंसेक्स ? जानें टेक्निकल चार्ट से क्या मिल रहे संकेत

हालिया जीएसटी रिफॉर्म और कम ब्याज दरों का चक्र कंपनियों की कमाई और भारतीय शेयर बाजार को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में नई ऊंचाइयों तक पहुंचा पाएंगे ?

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रेक्स कैनो   
Last Updated- October 03, 2025 | 11:25 AM IST

Stock Nifty outlook: वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) ने जोरदार उतार-चढ़ाव भरा सफर तय किया। अमेरिका की टैरिफ नीतियों को लेकर अनिश्चितता, वैल्यूएशन संबंधी चिंताएं और भू-राजनीतिक तनाव के चलते सेंसेक्स ने 12,674 अंकों की चौड़ी रेंज में कारोबार किया। हालांकि, उतार-चढ़ाव के बावजूद सेंसेक्स ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही को 3.7 फीसदी या 2,853 अंक की बढ़त के साथ 80,268 पर बंद किया। इसी अवधि में एनएसई निफ्टी ने 4.6 प्रतिशत या 1,092 अंकों की बढ़त दर्ज करते हुए 24,611 का स्तर छू लिया।

अब सवाल यह है कि क्या हालिया जीएसटी सिस्टम में बदलाव और कम ब्याज दरों का चक्र कंपनियों की कमाई और भारतीय शेयर बाजार को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में नई ऊंचाइयों तक पहुंचा पाएंगे। क्या सेंसेक्स और निफ्टी नए रिकॉर्ड बना पाएंगे?

Sensex Nifty Outlook 2025

वित्त वर्ष की शुरुआत में सेंसेक्स अप्रैल में 71,425 के निचले स्तर तक गिर गया था। लेकिन फिर तेजी से उबरते हुए जून 2025 में 84,099 के हाई लेवल तक पहुंच गया। यानी लो से लगभग 17.7 फीसदी की तेजी दिखाई। यदि मौजूदा स्तर से सेंसेक्स इसी तरह की दो अंकों वाली बढ़त दिखाता है, तो यह मार्च 2026 तक 90,000 के स्तर के पार भी जा सकता है। टेक्नीकल चार्ट्स से भी इसी संभावना के संकेत मिल रहे हैं।

BSE सेंसेक्स

अंतिम बंद भाव: 80,780

संभावित लक्ष्य: 88,100 (ऊपर) / 72,500 (नीचे)

ऊपर की संभावना: 9.1%

नीचे का जोखिम: 10.3%

सपोर्ट लेवल्स: 79,300; 78,100; 77,280; 75,400; 73,900

रेजिस्टेंस लेवल्स: 81,900; 83,250; 85,100; 86,600

टेक्नीकल दृष्टि से सेंसेक्स फिलहाल संवेदनशील कंसोलिडेशन (consolidation) के फेस में है। इसके दिसंबर 2025 तक 78,000 – 84,000 की रेंज में बने रहने की संभावना है। हालांकि, मार्च 2026 की तिमाही में ट्रेडिंग रेंज का विस्तार हो सकता है। फिबोनाच्ची विश्लेषण के मुताबिक, सेंसेक्स साल के अंत तक 88,100 तक पहुंच सकता है। अगर सेंसेक्स 79,300 और 78,100 के सपोर्ट को तोड़ता है, तो यह नीचे की ओर 72,500 तक फिसल सकता है, जहां 77,280, 75,400 और 73,900 पर अस्थायी सपोर्ट मिल सकता है।

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NSE निफ्टी

अंतिम बंद भाव: 24,775

संभावित लक्ष्य: 27,000 (ऊपर) / 21,500 (नीचे)

ऊपर की संभावना: 9%

नीचे का जोखिम: 13.2%

सपोर्ट लेवल्स: 24,500; 24,100; 23,500

रेजिस्टेंस लेवल्स: 25,900; 26,277; 26,575

निफ्टी ने अगस्त 2020 से लगातार अपनी 20-मंथ मूविंग एवरेज (20-MMA) के ऊपर ट्रेड किया है। केवल जून 2022 और फरवरी 2025 में दो महीनों को छोड़कर। यह एवरेज लॉन्ग-टर्म बुलिश पिवट पॉइंट के रूप में कार्य कर रही है। 20-मंथ मूविंग एवरेज लगभग 200-दिन की मूविंग एवरेज और 50-सप्ताह की मूविंग एवरेज के आसपास (24,100 लेवल के पास) है। इसके नीचे फिसलने पर निफ्टी 23,500 तक गिर सकता है और बेहद नेगेटिव स्थिति में 21,500 तक भी जा सकता है।

वहीं, ऊपर की ओर, निफ्टी को 25,900 पर मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। इसके पार जाते ही 26,277 का रिकॉर्ड हाई और फिर 26,575 को पार कर 27,000 का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

First Published : October 3, 2025 | 11:25 AM IST