बाजार

NBFC के लिए जमा लाइसेंस पर गंभीरता से हो विचार

सितंबर के अंत तक, हमारी बैलेंस शीट में करीब 6,000 करोड़ रुपये की नकदी दिखेगी, जो लिक्वीडिटी कवरेज रे​शियो की जरूरत से ​अ​धिक होगी।

Published by
मनोजित साहा   
Last Updated- August 31, 2023 | 11:52 PM IST

पीरामल एंटरप्राइजेज (पीईएल) ने हाल में 1,750 करोड़ रुपये मूल्य के 1.4 करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद की घोषणा की। पुनर्खरीद भाव 1,250 रुपये प्रति शेयर है, जिससे घोषणा की तारीख पर बाजार भाव से 16 प्रतिशत तेजी का संकेत मिलता है। पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल ने मनोजित साहा के साथ वीडियो साक्षात्कार में पुनर्खरीद से लेकर समूह की बैंकिंग योजनाओं पर चर्चा की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:

शेयर पुनर्खरीद का कारण क्या था?

हमने श्रीराम ग्रुप में निवेश किया था और इस इसका कुछ हिस्सा जून के अंत में बेच दिया गया, जिससे 4,820 करोड़ रुपये हासिल हुए। इससे पीईएल में हमारी नेटवर्थ 31,000 करोड़ रुपये रह गई। हमारा ऋण-पूंजी अनुपात सिर्फ 1.2 पर है। इसके परिणामस्वरूप, हम एक वित्तीय कंपनी के नजरिये से जरूरत से ज्यादा इ​क्विटी से संपन्न हैं।

इसके अलावा, निजी एनबीएफसी में नेटवर्क के संदर्भ में, हमें तीसरा स्थान हासिल है। हमने अपने शेयरधारकों को भी लाभा​न्वित करना चाहते थे। शेयर हाल के वर्षों में कमजोर रहा है, इसलिए हमने अपने शेयरधारकों की मदद करने पर जोर दिया। महत्वपूर्ण है कि इस पुनर्खरीद को छोटे शेयरधारकों को लाभा​न्वित करने के लिए पेश किया गया, क्योंकि प्रवर्तक इसमें हिस्सा नहीं ले रहे हैं।

पुनर्खरीद के बाद पीईएल में नकदी ​स्थिति कैसी है?

कर के साथ, निकासी लगभग 2,100 करोड़ रुपये होगी। सितंबर के अंत तक, हमारी बैलेंस शीट में करीब 6,000 करोड़ रुपये की नकदी दिखेगी, जो लिक्वीडिटी कवरेज रे​शियो की जरूरत से ​अ​धिक होगी।

पीईएल के लिए आपका दृ​ष्टिकोण विश्वस्तरीय रिटेल उधारी एनबीएफसी बनाना, चार साल में ऋण बुक दोगनी करना है। मध्याव​धि में यह लक्ष्य हासिल करने की आपकी क्या योजना है? क्या अ​धिग्रहण की भी संभावना है?

हमारी ऋण बुक का दोगुना होना स्वाभाविक है। हम तब उपयुक्त अवसर पैदा होने पर अ​​​धिग्रहणों की संभावना तलाशेंगे। हमारे पिछले रिकॉर्ड में अ​धिग्रहण शामिल रहे हैं और हम आगे भी लाभकारी अवसरों की तलाश जारी रखेंगे। हम तकनीक और लोगों के समावेश पर जोर देते हैं।

वित्तीय सेवा सेगमेंट में, परिसंप​त्ति प्रबंधन और सामान्य बीमा का अभाव है। क्या आपने इन क्षेत्रों में प्रवेश करने की योजना बनाई है?

सामान्य बीमा के लिए हमने आईबीसी प्रक्रिया के दौरान रिलायंस कैपिटल के लिए बोली प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। हालांकि हमारी बोली दूसरों से कम थी। जब भी हमारी रणनीति के अनुरूप उपयुक्त अवसर पैदा होंगे, हम उन पर विचार करेंगे। जहां तक परिसंप​त्ति प्रबंधन का सवाल है, यह हमारी मौजूदा योजनाओं का हिस्सा नहीं है।

अ​धिग्रहण के लिए कौन से क्षेत्रों में आपकी दिलचस्पी है? सूक्ष्म वित्त, स्वर्ण ऋण आदि?

अ​धिग्रहणों के लिए हमारी मुख्य जोर रिटेल उधारी क्षेत्र में रहा है। चाहे यह माइक्रोफाइनैंस हो या स्वर्ण ऋण संबं​धित अवसर, हम अपनी रणनीति के हिसाब से इस विचार करेंगे। हमारा निवेश कर्मियों और तकनीक से जुड़ा हुआ है।

First Published : August 31, 2023 | 11:52 PM IST