देश के सबसे बड़े निजी बंदरगाह संचालक अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन ने दो बॉन्डों के जरिये 5 अरब रुपये (6.08 करोड़ डॉलर) जुटाने की योजना बनाई है। यह जानकारी बैंकरों ने गुरुवार को दी।
उन्होंने कहा कि पहला बॉन्ड पांच वर्ष में परिपक्व होगा जबकि दूसरे बॉन्ड की परिपक्वता अवधि 10 साल की है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2021 के बाद पहली बार बॉन्ड बाजार में उतरने वाली कंपनी ने सोमवार को बैंकरों और निवेशकों से बोलियां आमंत्रित की हैं।
सर्वोच्च न्यायालय ने अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में बुधवार को आदेश दिया था कि अदाणी समूह को बाजार नियामक की मौजूदा जांच से परे और अधिक जांच का सामना करने की जरूरत नहीं है। इसके बाद कंपनी ने यह घोषणा की है।
अदाणी पोर्ट्स के दोनों बॉन्ड का इश्यू आकार 2.5 अरब रुपये है। कंपनी पांच साल में परिपक्व होने वाले बॉन्ड पर 8.70 फीसदी का कूपन और दस साल की परिपक्वता अवधि वाले बॉन्ड पर 8.80 फीसदी का कूपन देगी।
इंडिया रेटिंग्स और इक्रा ने बॉन्ड को एए+ रेटिंग दी है। ट्रस्ट इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स इस इश्यू का एकमात्र प्रबंधकर्ता है। पिछले साल दिसंबर में रॉयटर्स ने बताया था कि अदाणी पोर्ट्स वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में घरेलू बॉन्ड बाजार से 10 अरब रुपये तक का फंड जुटाने पर विचार कर रही है।