साल 2025 के पहले 9 महीनों में नए डीमैट अकाउंट्स खुलने की संख्या पिछले साल के मुकाबले 40% घट गई है। कमजोर रिटर्न और लगातार बाजार में उतार-चढ़ाव ने नए निवेशकों की भागीदारी को प्रभावित किया है। डेटा के अनुसार, इस साल जनवरी से सितंबर के बीच 21.8 मिलियन नए अकाउंट्स खुले, जो 2024 के इसी समय में खुले 36.1 मिलियन अकाउंट्स से 14 मिलियन कम हैं।
बाजार में इस साल तेजी-धीमी की स्थिति रही है, खासकर मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स में भारी गिरावट ने खुदरा निवेशकों का उत्साह कम कर दिया। एक बड़े ब्रोकरेज फर्म के सीनिर अधिकारी ने कहा, “जब बाजार दिशाहीन नजर आते हैं और रिटर्न भी कम होते हैं, तो नए निवेशक निवेश करने में हिचकिचाते हैं।”
इस साल हर महीने औसतन 2.42 मिलियन अकाउंट्स खुले, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 4 मिलियन प्रति माह था।
इंडस्ट्री के लोग कहते हैं कि हालांकि इस साल की संख्या पिछले साल के रिकॉर्ड से कम है, फिर भी यह बढ़िया है क्योंकि पिछले तीन साल लगातार डीमैट अकाउंट्स में मजबूत वृद्धि देखी गई है। 2021 से कुल डीमैट अकाउंट्स की संख्या तीन गुना से ज्यादा बढ़ गई है, जिसे पोस्ट-पेंडेमिक खुदरा निवेश बूम और IPO गतिविधियों ने बढ़ावा दिया।
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इस साल नए पब्लिक ऑफर कम होने की वजह से नए निवेशकों की संख्या धीमी रही। विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि साल के आखिरी चौथाई में IPO गतिविधि बढ़ने से डीमैट अकाउंट्स की संख्या फिर से बढ़ सकती है।
Zerodha के संस्थापक और CEO नितिन कामथ ने हाल ही में कहा, “अक्टूबर पिछले साल के बाद कई जोखिम सामने आए, जिनका असर राजस्व और मुनाफे पर पड़ा। जून 2025 की तिमाही में ब्रोकरेज की आय पिछले साल के समान समय के मुकाबले लगभग 40% कम रही।”