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बैलेंस्ड एडवांटेज फंड पर भारी पड़े मल्टी ऐसेट फंड, AUM तीन गुना बढ़ा

मल्टी ऐसेट श्रेणी की म्युचुअल फंड योजनाओं में अप्रैल 2023 से 42,980 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया है।

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- July 29, 2024 | 10:11 PM IST

Multi-assets allocation funds vs balance-advantage funds: मल्टी ऐसेट एलोकेशन फंड (एमएएफ) ने पिछले 15 महीनों में निवेश आकर्षित करने के मामले में बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (बीएएफ) को पीछे छोड़ दिया है। वर्ष 2023 के शुरू तक निवेशकों के लिए अनजान ये फंड तुलनात्मक रूप से अधिक लोकप्रिय बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों पर भारी पड़े हैं।

पिछले 15 महीनों में 14 में इन फंडों में बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों की तुलना में अधिक निवेश आया है। मल्टी ऐसेट श्रेणी की म्युचुअल फंड योजनाओं में अप्रैल 2023 से 42,980 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया है। इनकी तुलना में बैलेंस-एडवांटेज श्रेणी को इस दौरान 14,033 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश मिला।

अधिक निवेश आने से मल्टी ऐसेट की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) अप्रैल 2023 से तीन गुना बढ़ कर जून 2024 में 83,720 करोड़ रुपये पहुंच गईं। इस दौरान बैलेंस-एडवांटेज श्रेणी की एयूएम 41 प्रतिशत बढ़कर 2.7 लाख करोड़ रुपये हो गई।

अप्रैल 2023 मल्टी ऐसेट के लिए एक नई शुरुआत रही है क्योंकि डेट फंडों से जुड़े कराधान नियमों में बदलाव के बाद म्युचुअल फंडों को डेट निवेश बनाए रखने के लिए नई कर-अनुकूल परिसंपत्ति आवंटन योजनाएं बनानी पड़ी हैं।

म्युचुअल फंड उद्योग से जुड़े लोगों ने कहा कि मल्टी ऐसेट फंड इसलिए म्युचुअल फंडों के लिए निवेश के सबसे लोकप्रिय साधन के रूप में बनकर उभरे क्योंकि एक श्रेणी के तौर पर उन्होंने निवेश आसान बना दिया है। एक दूसरा कारण यह था कि इस श्रेणी में म्युचुअल फंड कंपनियों की कोई योजना भी नहीं थी।

पिछले 15 महीनों के दौरान म्युचुअल फंडों ने इस श्रेणी में 13 नए फंड ऑफर (एनएफओ) उतारे हैं जिससे फंडों की कुल संख्या बढ़कर 24 हो गई है। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के अनुसार इसी अवधि में बैलेंस-एडवांटेज योजनाओं की संख्या भी 5 से बढ़कर 33 हो गई है।

मल्टी ऐसेट फंड वैसे तो बैलेंस-एडवांटेज की तरह ही हैं, मगर इनमें जिंसों में निवेश की सहूलियत है। बैलेंस-एडवांटेज फंड केवल शेयरों और ऋण प्रतिभूतियों में निवेश कर सकते हैं मगर मल्टी ऐसेट सोने और चांदी में भी निवेश कर सकते हैं।

म्युचुअल फंड उद्योग के लोगों के अनुसार आवंटन में यही अंतर मल्टी ऐसेट फंडों की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता का प्रमुख कारण रहा है। एडेलवाइस फंड में सह-प्रमुख (फैक्टर इन्वेस्टिंग) भवेश जैन कहते हैं, ‘हाल के महीनों में सोने और चांदी में काफी तेजी दिखी है। इस कारण बैलेंस-एडवांटेज फंडों की तुलना में मल्टी ऐसेट निवेशकों को अधिक आकर्षित कर रहे हैं।‘

व्हाइटओक कैपिटल एएमसी में सह-प्रमुख (योजना रणनीति) मनुज जैन ने कहा कि एनएफओ की कतार के अलावा मल्टी ऐसेट में अधिक शुद्ध निवेश का एक प्रमुख कारण बैलेंस-एडवांटेज फंडों से रकम का निकलना है।

उन्होंने कहा, ‘पिछले कई वर्षों में बैलेंस-एडवांटेज में काफी अधिक निवेश आया है। लिहाजा इस इन फंडों से मल्टी ऐसेट फंडों की तुलना में अधिक रकम निकलनी ही थी। पिछले कोई एक साल के दौरान मल्टी ऐसेट फंडों में आधा से अधिक निवेश आया है।’

हालांकि, जैन ने कहा कि पिछले 12 महीनों की अवधि में बैलेंस-एडवांटेज फंडों में सकल निवेश मल्टी ऐसेट की तुलना में अधिक रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि दो हाइब्रिड फंडों के बीच पसंद या नापसंद अलग-अलग निवेशकों के लिए भिन्न हो सकती है।

First Published : July 29, 2024 | 10:11 PM IST