वित्त-बीमा

महिंद्रा फाइनैंस से प्रतिबंध हटा

Published by
मनोजित साहा
Last Updated- January 04, 2023 | 11:50 PM IST

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनैंस ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने उसके आउटसोर्सिंग रिकवरी और रिपोजीशन (संपत्ति पर फिर से कब्जा करने वाले) एजेंटों पर लगाए गए प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव हटा दिया है। गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने एक्सचेंज को यह सूचना दी है। झारखंड के हजारीबाग जिले में एक ट्रैक्टर की रिकवरी करने गए एजेंटों ने कथित रूप से एक महिला को उस समय कुचल दिया था, जब वह लोन रिकवरी एजेंटों को अपने पिता के ट्रैक्टर को ले जाने से रोक रही थी। उसके बाद नाराज रिजर्व बैंक ने 22 सितंबर को महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनैंस के रिकवरी एजेंटों से रिकवरी कराने पर प्रतिबंध लगा दिया था। महिंद्रा फाइनैंस ने कहा है कि कंपनी ने रिजर्व बैंक को आश्वासन दिया था कि वह अपनी रिकवरी गतिविधियों और आउटसोर्सिंग की व्यवस्था को मजबूत करेगी, उसके बाद यह प्रतिबंध हटाया गया है।

एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा गया है, ‘बोर्ड द्वारा मंजूर कार्ययोजना के मुताबिक कंपनी के प्रस्तुतीकरण और रिकवरी की गतिविधियों और आउटसोर्सिंग व्यवस्था को मजबूत करने, थर्ड पार्टी एजेंटों को शामिल करने की प्रक्रिया को सख्त करने, जवाबदेही के ढांचे को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताए जाने के बाद 4 जनवरी 2023 के पत्र में कंपनी से तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध हटाए जाने को मंजूरी दी है।’ बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ एक साक्षात्कार में महिंद्रा फाइनैंस के एमडी और सीईओ रमेश अय्यर ने कहा था कि रिपोजीशन एजेंटों से पूरी तरह दूर रहना संभव नहीं है। अय्यर ने कहा कि वे विशेषज्ञ होते हैं और हमारा मानना है कि रिपोजीशन विशेष कार्रवाई है। एक अलग सूचना में सितंबर-दिसंबर तिमाही के अपने कारोबार पर कंपनी ने कहा है कि सकारात्मक वृहदआर्थिक परिदृश्य में कारोबार की गति बनी हुई है।

First Published : January 4, 2023 | 11:47 PM IST