अर्थव्यवस्था

चालू खाता घाटा हुआ कम, RBI ने बताया वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में CAD घटने की बड़ी वजह

भारत का कैड 2022-23 की चौथी तिमाही में घटकर 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर (GDP का 0.2 प्रतिशत) रह गया

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भाषा   
Last Updated- June 27, 2023 | 11:33 PM IST

देश का चालू खाता घाटा (Current Account Deficit) वित्त वर्ष 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर यानी जीडीपी का 0.2 प्रतिशत रह गया। मंगलवार को जारी RBI के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। व्यापार घाटे में कमी और सेवा निर्यात में जोरदार वृद्धि के कारण चालू खाता घाटा (कैड) कम हुआ।

RBI ने कहा, ‘भारत का कैड 2022-23 की चौथी तिमाही में घटकर 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर (GDP का 0.2 प्रतिशत) रह गया, जो 2022-23 की तीसरी तिमाही में 16.8 अरब अमेरिकी डॉलर (GDP का 2.0 प्रतिशत) और एक साल पहले समान अवधि में 13.4 अरब अमेरिकी डॉलर (GDP का 1.6 प्रतिशत) था।’

कैड किसी देश के भुगतान संतुलन का एक प्रमुख संकेतक है। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कैड में गिरावट की मुख्य वजह मजबूत सेवा निर्यात के साथ व्यापार घाटे में रही थी। इस दौरान व्यापार घाटा 71.3 अरब डॉलर से घटकर 52.6 अरब डॉलर रह गया।

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RBI ने कहा कि कंप्यूटर सेवाओं से शुद्ध कमाई में वृद्धि के कारण सेवाओं से प्राप्तियां भी बढ़ी हैं। समीक्षाधीन अवधि में विदेशी मुद्रा भंडार 5.6 अरब डॉलर बढ़ा, जबकि 2021-22 की चौथी तिमाही में इसमें 16.0 अरब डॉलर की कमी हुई थी। वित्त वर्ष 2022-23 में चालू खाता शेष में GDP के मुकाबले दो प्रतिशत का घाटा दर्ज किया गया, जबकि 2021-22 में यह आंकड़ा 1.2 प्रतिशत था।

First Published : June 27, 2023 | 6:41 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)