प्रमुख एफएमसीजी कंपनी यूनिलीवर के मुख्य कार्याधिकारी एलन जोप ने सितंबर तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी करने के बाद निवेशकों से बातचीत में कहा कि मूल्य के लिहाज से भारतीय बाजार में वृद्धि हो रही है लेकिन वॉल्यूम (मात्रात्मक बिक्री) घट रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय उपभोक्ताओं पर महंगाई की मार के कारण उपभोग में नरमी दिख रही है। ऐसा मुख्य तौर पर ग्रामीण बाजारों में हो रहा है।
सितंबर तिमाही के दौरान बाजार में नरमी के बावजूद हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के वॉल्यूम में 4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान एचयूएल का राजस्व 16.1 फीसदी बढ़कर 15,144 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 13,046 करोड़ रुपये रहा था।
जोप ने कहा, ‘हमें विश्वास है कि एचयूएल बाजार के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन जारी रखेगी। हम बाजार हिस्सेदारी के मोर्चे पर दमदार प्रदर्शन में उसकी झलक मिलती है।’
यूनिलीवर ने कहा, ‘भारत ने दो अंकों की मूल्य वृद्धि और सकारात्मक वॉल्यूम के साथ मजबूत वृद्धि दर्ज की है। इसे मुख्य तौर पर नवाचारकर्ताओं और प्रीमियम पोर्टफोलियो से दम मिला।’
एचयूएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी संजीव मेहता ने कहा, ‘नीलसन के अनुसार, कुल बाजार मूल्य में 7 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि हमने 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। जब आप वॉल्यूम पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि उद्योग ने 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की लेकिन हमने 4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।’
हिंदुस्तान यूनिलीवर के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) रितेश तिवारी ने कहा कि शहरी बाजारों में वृद्धि की रफ्तार ग्रामीण बाजारों के मुकाबले कहीं अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि निकट भविष्य में कंपनी सतर्क रहते हुए उम्मीद कर रही है कि मूल्य आधारित वृद्धि जारी रहेगी।
तिवारी ने वित्तीय नतीजे के बाद निवेशकों से बातचीत में कहा कि जिंस कीमतों के प्रभाव से ग्रामीण बाजार में एफएमसीजी की खपत निर्धारित होगी। उन्होंने कहा, ‘यदि हमें व्यापक तौर पर जिंस कीमतों में नरमी दिखेगी जैसा वनस्पति तेल में दिखा है तो उससे कीमतें घटाने में मदद मिल सकती है। यदि कीमतें घटाने में मदद मिलती है तो जाहिर तौर पर खपत और मात्रात्मक बिक्री बढ़ेगी जिससे एफएमसीजी की वृद्धि को रफ्तार मिलेगी।’
सितंबर तिमाही के दौरान यूनिलीवर के हेयर केयर कारोबार में मध्य एकल अंक में वृद्धि दर्ज की गई जिसे मुख्य तौर पर भारत एवं उत्तरी अमेरिका में दमदार प्रदर्शन से बल मिला। यूनिलीवर के सीएफओ ग्रीम पिटकेथली ने निवेशकों से बातचीत में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि भारत और लैटिन अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य के लिहाज से अधिक और कम खरीदारी करते हैं। भारत यूनिलीवर के तीन प्रमुख बाजारों में शामिल है। पिटकेटली ने कहा कि कंपनी भारत सहित अपनी प्राथमिकता वाले बाजारों में आपूर्ति श्रृंखला को बेहतर करने पर उल्लेखनीय निवेश कर रही है।
