कमोडिटी

फेड के ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से डॉलर कमजोर, रुपया लगातार तीसरे दिन हुआ मजबूत

डॉलर में गिरावट आने से रुपया लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में मजबूत रहा और कारोबार खत्म होने तक 16 पैसा चढ़कर 88.06 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

Published by
अंजलि कुमारी   
Last Updated- September 16, 2025 | 10:30 PM IST

अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा 25 आधार अंकों तक दर कटौती की उम्मीद में मंगलवार को डॉलर सूचकांक में गिरावट आई। डॉलर में गिरावट आने से रुपया लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में मजबूत रहा और कारोबार खत्म होने तक 16 पैसा चढ़कर 88.06 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। डीलरों ने यह जानकारी दी है।

आईएफए ग्लोबल के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी अभिषेक गोयनका ने कहा, ‘रुपया में यह मजबूती कमजोर डॉलर के कारण आई है क्योंकि बाजार बुधवार को होने वाली फेड की बैठक में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की अनुमानित कटौती को स्वीकार कर चुके थे। आयातकों की मांग दबाव बना रही है, जिससे रुपये की मजबूती भी सीमित रही। इसके अलावा, अमेरिकी शुल्क से कारोबार और विदेशी निवेश प्रवाह पर पड़ने वाले असर पर भी चिंताएं बरकरार हैं।’

मंगलवार को डॉलर सूचकांक में 0.3 फीसदी की गिरावट आई, जिससे रुपये सहित अधिकांश एशियाई मुद्राओं को बल मिला।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘अमेरिका और भारत के बीच व्यापार वार्ता दोबारा शुरू होने की आशा पर भारतीय शेयर बाजार में तेजी आने से भी रुपया को बल मिला है।’

अमेरिका की ब्याज दर निर्धारण समिति बुधवार को भारतीय बाजार बंद होने के बाद अपने नीति निर्णय की घोषणा करेगी। बाजार को पहले से ही ब्याज दर में 25 आधार अंकों तक की कटौती की उम्मीद है। विश्लेषकों ने कहा कि डॉलर में गिरावट इस फैसले से पहले निवेशकों की निवेश से जुड़ी चिंताओं के कारण भी है।

पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 88.44 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था, जो संभावित अमेरिकी शुल्क से जुड़ी चिंताओं के बीच आयातकों की ओर से मजबूत डॉलर की मांग के दबाव के कारण था। उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष में अब तक डॉलर के मुकाबले रुपया में 2.94 फीसदी की गिरावट आई है। इसके अलावा, इस साल अब तक डॉलर के मुकाबले रुपया में 2.78 फीसदी गिरावट देखी गई है।

एलकेपी सिक्यो. में उपाध्यक्ष (जिंस व मुद्रा के शोध विश्लेषक) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘इन घटनाक्रमों ने शुल्क संबंधी चिंताओं के प्रति काफी हद तक राहत दिलाई है, जिससे रुपया अल्पावधि में मजबूत बना हुआ है।

First Published : September 16, 2025 | 10:26 PM IST