ग्लोबल स्तर पर हो रही छंटनी का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ है। अब फेसबुक की पेरेंट कंपनी Meta का नाम एक बार फिर से खबरों में आ रहा है। ताजा अपडेट के मुताबिक, मेटा एक बार फिर से अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने वाली है। बता दें कि कंपनी ने कुछ दिन पहले ही 11,000 एम्पलाई को नौकरी से निकाल दिया था।
कंपनी को हो रहे लगातार नुकसान के कारण अपने खर्चों में कटौती करने के तरीके आजमाने पड़ रहे है, जिसका खामियाजा कर्मचारियों को उठाना पड़ रहा है।
बता दें कि मेटा अपने लीडरशिप में भी बदलाव करने वाली है। ऐसा करके कंपनी कुछ लीडर्स का रोल कम करके उन्हें लोअर लेवल की जिम्मेदारी देने का प्लान है।
एक साथ निकाला था 11,000 कर्मचारियों को
मेटा ने एक ही झटके में कंपनी से 11,000 कर्मचारियों को निकाल दिया था। बता दें कि कंपनी के 18 साल के इतिहास में पहली बार इस लेवल की छंटनी हुई थी।
इसके अलावा, कंपनी ने हाल ही अपने कर्मचारियों को खराब रेटिंग भी दी थी। जिसके बाद से ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि मेटा के कर्मचारियों पर एक बार फिर से नौकरी की गाज गिर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने परफॉर्मेंस रिव्यू में करीब 7000 एम्पलाई के परफॉर्मेंस को एवरेज से कम रेटिंग दी थी।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने ऐलान किया था कि वह 2023 में कंपनी को और भी Skilled बनाएंगे, जिसके बाद से ऐसे एक्शन देखने को मिल रहे हैं।
वॉल स्ट्रीट जर्नल को मिली जानकारी के मुताबिक, कंपनी से मिले खराब प्रदर्शन वाले रेटिंग के कारण कई कर्मचारियों को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ सकती है।
ऐसे में कर्मचारियों को डर सता रहा है कि कहीं कंपनी एक बार फिर से छंटनी न शुरू कर दे। Meta ने साल 2022 के अंत में 11,000 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।