सुख के सब साथी, दुख में न कोय... जिस संस्कृति से नाता तोड़कर पाकिस्तान जन्मा, उसी संस्कृति में सदियों से रची-बसी इस लोकोक्ति की समझ शायद अब जाकर ह...

सुख के सब साथी, दुख में न कोय... जिस संस्कृति से नाता तोड़कर पाकिस्तान जन्मा, उसी संस्कृति में सदियों से रची-बसी इस लोकोक्ति की समझ शायद अब जाकर ह...