संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे। मंदी में भी यह कहावत चरितार्थ हो रही है। दिल्ली में अंडे की खपत में कोई कमी नहीं आयी है। दिल्ली व आसपास के इलाकों ...

संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे। मंदी में भी यह कहावत चरितार्थ हो रही है। दिल्ली में अंडे की खपत में कोई कमी नहीं आयी है। दिल्ली व आसपास के इलाकों ...