महंगाई सुरसा की तरह आकार बढ़ाती जा रही थी, सरकारी अमले ने तीर-दर-तीर चलाए, उसका कुछ नहीं बिगड़ा। चुनाव सिर पर हैं, विरोधी 'सेना' पहले ही हर मोर्चे ...

महंगाई सुरसा की तरह आकार बढ़ाती जा रही थी, सरकारी अमले ने तीर-दर-तीर चलाए, उसका कुछ नहीं बिगड़ा। चुनाव सिर पर हैं, विरोधी 'सेना' पहले ही हर मोर्चे ...