अपराह्न के करीब ढाई बजे हैं। विवेक कनौजिया दीवार में लगने वाली सिरैमिक की खूंटी को एहतियात से लपेट रहे हैं, जिसकी कीमत आज की उनकी दूसरी ग्राहक अल...

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