यह ऐसा युग साबित हो सकता है जहां भू-राजनीतिक मुद्दे सीमा-पार के एकीकरण के लिए आवश्यक साबित हो सकते हैं। विस्तार से बता रहे हैं अजय शाह  ...

यह ऐसा युग साबित हो सकता है जहां भू-राजनीतिक मुद्दे सीमा-पार के एकीकरण के लिए आवश्यक साबित हो सकते हैं। विस्तार से बता रहे हैं अजय शाह  ...
भारत के नीति निर्माताओं को देश के सभी क्षेत्रों और नागरिकों का समान विकास सुनिश्चित करने की जरूरत है। सरकार की नीतियां ज्यादा नौकरियों के सृजन पर...
टी एन नाइनन ने 9 जुलाई को बिज़नेस स्टैंडर्ड में एक आलेख लिखा था, जिसमें उन्होंने बुनियादी ढांचे पर मोटे निवेश और यातायात में कम वृद्धि पर अचरज जा...
दो दशक पहले दुनिया के तमाम देश वैश्वीकरण की मजबूत जंजीरों से आपस में मजबूती से बंधे नजर आते थे। आज वे जंजीरें पूरी तरह टूट चुकी हैं। वित्तीय संकट...
वैश्विक अर्थव्यवस्था ने कोविड-19 महामारी से ग्रस्त दो वर्षों के दौरान लगे विविध झटकों से उबरना शुरू ही किया था कि उसके सामने तीन नई चुनौतियां आ ग...
यूक्रेन मामले के बाद दुनिया बदल गई है। हम पर जो बदलाव होने जा रहा है, उसके पूरे आयामों को समझना अभी जल्दबाजी होगी। लेकिन दो चीजें काफी साफ हैं। य...
महामारी से कारोबार में वैश्विक-स्थानीय स्तर की बढ़ीं बाधाएं
महामारी के पहले साल वैश्वीकरण का नकारात्मक पक्ष सामने आया क्योंकि अधिकांश देशों ने लॉकडाउन लगाना शुरू कर दिया और कंपनियों को हर तरह से लागत के अन...
चीन के प्रमुख नेता तंग श्याओफिंग जिन्हें उसकी आर्थिक सफलता का श्रेय दिया जाता है, वह एक कहावत कहा करते थे कि बिल्ली जब तक चूहे पकड़ रही है तब तक ...
वैश्वीकरण के कुछ पारंपरिक स्वरूप (वस्तुओं, मुद्रा और लोगों का मुक्त आवागमन आदि) आंशिक तौर पर वापसी पर हैं लेकिन नए एजेंडों के केंद्र में आने के स...
पिछले कुछ वर्षों के दौरान तकनीक-राष्ट्रवाद (टेक्नो-नैशनलिज्म) पर अच्छी खासी चर्चा हुई है। दुनिया के हरेक हिस्से में आर्थिक विश्लेषक, नीति निर्धार...