भारत में कानून का एक अविभाज्य एवं मौलिक चरित्र यह है कि किसी अपराध के लिए आरोपित किए गए किसी भी व्यक्ति को अपने ही खिलाफ गवाही देने के लिए बाध्य ...

भारत में कानून का एक अविभाज्य एवं मौलिक चरित्र यह है कि किसी अपराध के लिए आरोपित किए गए किसी भी व्यक्ति को अपने ही खिलाफ गवाही देने के लिए बाध्य ...