देश के कृषि क्षेत्र में वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में स्थिर मूल्यों पर 2.6 फीसदी की वृद्घि का अनुमान है जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 4...

देश के कृषि क्षेत्र में वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में स्थिर मूल्यों पर 2.6 फीसदी की वृद्घि का अनुमान है जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 4...
वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में कृषि एवं संबंधित गतिविधियों के सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) में स्थिर मूल्य पर 4.5 प्रतिशत की बेहतरीन वृद्धि दर्ज क...
चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कृषि क्षेत्र के साथ निर्माण, विनिर्माण और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में सकल मूल्य वद्र्धन (जीवीए) में इजाफा दर्ज ...
कोरोना महामारी की दूसरी लहर से पहले जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिख रहे थे। मार्च 2021 तिमाही में सकल मूल्...
महाराष्ट्र लॉकडाउन से जीवीए वृद्धि कम: केयर रेटिंग्स
महाराष्ट्र में कोविड के मामले बढऩे के कारण लगाए गए कड़े प्रतिबंधों से वित्त वर्ष 2021-22 (वित्त वर्ष 2022) में पूरी घरेलू अर्थव्यवस्था की सकल मूल...
जीवीए में वेतन का हिस्सा1992-93 के बाद सबसे ज्यादा
फैक्टरियों के सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) में कर्मचारियों, सुपरवाइजरों और प्रबंधकों पर आने वाले खर्च का हिस्सा 1992-93 के बाद से बढ़कर इस समय सबसे ज्य...
जीडीपी और जीवीए क्यों दे रहे आर्थिक रिकवरी के अलग संकेत?
वित्त वर्ष 21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) के आंकड़े आर्थिक रिकवरी के विरोधाभासी संकेत दे रहे हैं। दरअसल इन दोनों आंकड...
कृषि क्षेत्र की वृद्धि 2020-21 में 3.4 फीसदी रहने का अनुमान
वित्त वर्ष 2020-21 में कृषि एवं सहायक गतिविधियों के सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में स्थिर मूल्यों पर 3.4 फीसदी वृद्धि का अनुमान है। यह इस क्षेत्र की ...
भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में लॉकडाउन प्रभावित पहली तिमाही की गहरी खाई से निकल आई है। महंगाई समायोजित सकल घरेलू उत्प...
कृषि एवं सहायक गतिविधियों के सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के दौरान स्थिर मूल्यों पर 3.4 फीसदी वृद्धि रही। इस तर...