22 जनवरी (भाषा) भारत में प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसाइटियों के संघ ने बुधवार को कहा कि उसने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर ग्रामीण एवं अर्धशहरी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं की पहुंच बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक बनाने के लिये एक कार्यक्रम शुरू किया है जिससे मातृ स्वास्थ्य सूचकों को ऊपर उठाया जा सके।
एक विज्ञप्ति में कहा गया कि “लक्ष्य मान्यता” कार्यक्रम स्वास्थ्य व्यवस्था में मौजूद अड़चनों से उबरने में मदद करेगा।
इसमें कहा गया कि इस कार्यक्रम से ज्यादा प्रभावी स्वास्थ्य व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी जो सभी आर्थिक वर्ग के लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं तक समान व सुगम पहुंच सुनिश्चित कर ग्रामीण-शहरी अंतर को पाटेगा।
संघ की अध्यक्ष डॉ. नंदिता पालशेतकर ने निजी क्षेत्र और सरकार की पहलों के जरिये मातृ मृत्यु दर को रोकने के महत्व पर बल दिया।
इस पहल का उद्देश्य हर निजी मातृ देखभाल अस्पताल, नर्सिंग होम और क्लीनिकों में एक जैसी देखभाल की व्यवस्था बनाना है तथा इसके दायरे में राज्य के सभी जिलों और नगर निगमों को लाना है।
भाषा प्रशांत दिलीप