दूरसंचार विभाग 2जी और 3जी स्पेक्ट्रम की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी कल शुरू करेगा, जिसमें आठ कंपनियां चार बैंड्स में स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए बोलियां लगाएंगी। इससे सरकार को 82,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हो सकता है। सरकार ने तीन बैंड- प्रीमियम 900 मेगाहट्र्ज, 1800 मेगाहट्र्ज और 800 मेगाहट्र्ज बैंड में 380.75 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम बेचने की योजना बनाई है। इसके अलावा 2100 मेगाहट्र्ज बैंड में 5 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम बेचने की भी उसकी योजना है। आरक्षित मूल्य के आधार पर सरकार को अनुमानित 82,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त होगा। हालांकि सरकार स्पेक्ट्रम की नीलामी से करीब एक लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद कर रही है। 3जी स्पेक्ट्रम या 2,100 मेगाहट्र्ज बैंड के लिए न्यूनतम या नीलामी के शुरुआती मूल्य पर सरकार को कम से कम 17,555 करोड़ रुपये मिलेंगे। वहीं 800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज और 1800 मेगाहट्र्ज बैंड्स में 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए आरक्षित मूल्य से सरकार को 64,840 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे।
