आरपीजी समूह की 800 करोड़ रुपये की पूंजी वाली रिटेलिंग इकाई स्पेंसर्स रिटेल ने अपने छोटे स्टोरों के विस्तार की योजनाओं को घटा कर आधा कर दिया है।
कंपनी अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए उन स्टोरों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जो छोटे स्टोरों की तुलना में कम से कम 10 गुना बड़े हैं। कंपनी ने शुरू में मार्च 2009 तक 200 छोटे स्टोरों को खोलने की योजना बनाई थी, लेकिन अब वह ऐसे सिर्फ 100 स्टोर ही खोलेगी जिनमें से ज्यादातर स्टोर 3,000 से 4,000 वर्ग फुट की रेंज में होंगे।
लेकिन आरपीजी समूह की यह कंपनी 25,000 वर्ग फुट से 7,000 वर्ग फुट के आकार वाले 50 हाइपरमार्केट खोलना चाहती है जिन्हें स्पेंसर्स हाइपर नाम दिया जाएगा। स्पेंसर्स के एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि कंपनी बड़े आकार वाले अतिरिक्त 15 स्टोर खोलने के लिए प्रस्तावित निवेश योजना में बदलाव नहीं लाएगी।
कंपनी ने विस्तार के तहत 200 के बजाय 100 छोटे स्टोर खोलने का फैसला किया है। कंपनी ने जिन 100 स्टोरों को नहीं खोलने का फैसला किया है, उन पर किए जाने वाले निवेश को बड़े स्टोरों पर लगाया जाएगा।
स्पेंसर्स के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) समर एस शेखावत ने कहा, 'स्टोरों का लार्ज फॉर्मेट यानी बड़ा स्वरूप ब्रांडिंग के लिए ज्यादा उपयुक्त है। इसके अलावा 3,000 वर्ग फुट के 10 स्टोरों को सामानों की आपूर्ति करने की तुलना में 30,000 वर्ग फुट के एक स्टोर को आपूर्ति किया जाना बेहद आसान भी होता है।'
रिटेल क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि अधिक बिक्री और संपत्ति के किराए को देखते हुए बड़े हाइपरमार्केट किफायती हैं। उन्होंने कहा कि निजी लेबल जगह की उपलब्धता के कारण छोटे स्टोरों के बजाय हाइपरमार्केट में अच्छा कारोबार करेंगे।