वैश्विक स्तर पर जब वित्तीय उद्योग संकट में है, उस दौरान भी देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक को अच्छा मुनाफा हुआ है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक का एकल शुध्द मुनाफा 40 फीसदी बढ़कर 2,259.72 करोड़ रुपये हो गया।एसबीआई ने कहा कि ब्याज दरों से होने वाली और अन्य आय के कारण बैंक ने समीक्षाधीन तिमाही में अपने मुनाफे में 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। बैंक का एकल मुनाफा पिछले साल की दूसरी तिमाही में 1,611.42 करोड़ रुपये था।
उक्त अवधि में बैंक की जमा राशि 67.93 फीसदी बढ़कर 57,861 करोड़ रुपये हो गई। बैंक का चालू और बचत खाता अनुपात 26 आधार अंक बढ़कर 39.71 फीसदी हो गया। देश के इस अग्रणी बैंक की अग्रिम राशि 161.35 फीसदी बढ़कर 51,020 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक ने कहा कि आवास ऋण में 23.47 फीसदी, वाहन ऋण में 30.48 फीसदी और शिक्षा ऋण में 43.81 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। हालांकि एसबीआई कार्ड को 27.90 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
बैंक का संचई शुध्द मुनाफा 11.50 फीसदी बढ़कर 2,458.04 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 2,204.56 करोड़ रुपये था। कुल संचई आय 26.41 फीसदी बढ़कर 27,083.47 करोड़ रुपये हो गया।
2008-09 की दूसरी तिमाही
मुनाफा - 2,259.72 करोड़ रुपये
आय - 57,861 करोड़ रुपये
आईसीआईसीआई ने फुलझड़ी
देश के सबसे बड़े निजी ऋणदाता आईसीआईसीआई बैंक का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकल शुद्ध मुनाफा 1.09 फीसदी बढ़कर 1,014 करोड़ रुपये पहुंच गया।
पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक को 1,003 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। हालांकि संचई मुनाफे की बात करें, तो उसमें बैंक को नुकसान उठाना पड़ा है। बैंक का संचई शुध्द मुनाफा 27.4 फीसदी गिरा है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक की आय पिछले साल की समान अवधि के 9,588.40 करोड़ से बढ़कर 9,712.30 करोड़ रुपये हो गई।
इस अवधि में बैंक की ब्याज से हुई कमाई में करीब 20 फीसदी का इजाफा हुआ और पिछले साल के 1,786 करोड़ रुपये मुकाबले यह बढक़र 2,148 करोड़ रुपये पहुंच गया। बैंक की ओर से कहा गया कि चालू और बचत खाता अनुपात पिछले साल 25 फीसदी थाा, जो इस साल बढ़कर 30 फीसदी हो गया है।
हालांकि कुल जमा में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में करीब 2 फीसदी की गिरावट आई है। बैंक का प्रमुख परिचालन मुनाफा इस अवधि में बढ़कर 2,437 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,712 करोड़ रुपये था।
बैंक ने कहा कि लागत को तर्कसंगत बनाने के लिए उठाए गए कदमों के कारण परिचालन लागत में 12 फीसदी की कमी आई। बैंक की पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.01 फीसदी रहा।
2008-09 की दूसरी तिमाही
मुनाफा - 1,014 करोड़ रुपये
आय - 9,712.30 करोड़ रुपये