मिलकर लगाएंगी विदेश में बोली | कल्पना पाठक / मुंबई October 02, 2014 | | | | |
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन जैसी सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने विदेश से एलएनजी की आपूर्ति करने के लिए एक कंसोर्टियम का गठन किया है। इस मामले से अवगत सूत्रों ने कहा कि अमेरिका में साथ मिलकर बोली लगाने के लिए कंसोर्टियम पहले ही तीन से चार परिसंपत्तियों को शॉर्टलिस्ट कर चुका है। इस मामले से अवगत एक अधिकारी ने कहा, 'हाइड्रोकार्बन परिसंपत्तियों के लिए बोली लगाने और अंतरराष्टï्रीय स्रोतों से एलएनजी की आपूर्ति करने के लिए एकजुट हुई हैं। स्वाभाविक है कि साथ मिलकर परिसंपत्तियों के लिए मोलभाव करना बेहतर होता है।'
बीपीसीएल अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई भारत पेट्रो रिसोर्सेज लिमिटेड (बीपीआरएल) की अन्य कंपनियों के साथ कंसोर्टियम के जरिये 19 उत्खनन ब्लॉकों में दिलचस्पी दिखाई है। इनमें से 8 ब्लॉक भारत में, 7 ब्राजील में, एक-एक मोजाम्बिक, इंडोनेशिया,ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी तिमोर में है। बीपीआरएल की परिसंपत्तियों का कुल रकबा करीब 25,000 वर्ग किलोमीटर है जिसमें करीब 88 फीसदी रकबा विदेश में है। मोबाम्बिक और ब्राजील में कंपनी के गैस ब्लॉक भी उल्लेखनीय है और आगामी वर्षों में बीपीसीएल इन ब्लॉकों में करीब 2 अरब डॉलर यानी करीब 12,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
एक अधिकारी ने कहा, 'कंसोर्टियम में हरेक कंपनी की हिस्सेदारी बराबर होगी। साथ मिलकर बोली लगाने से कंसोर्टियम के पास अधिक वित्तीय ताकत होगी।' बीपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस वरदराजन ने इस महीने के आरंभ में कहा था, 'हम एलएनजी टर्मिनल पर बुकिंग क्षमताओं का आकलन कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय कारोबार के तहत हमारी नजर लंबी अवधि के लिए गैस पर है और हमने 20 लाख टन गैस आयात के लिए विदेशी कंपनियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।'
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन भी अपनी उत्खनन एवं उत्पादन गतिविधियां आगे बढ़ा रही है। इंडियन ऑयल ने विदेश में उत्खनन एवं उत्पादन परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए ऑयल इंडिया के साथ कंसोर्टियम में एक विशेष कंपनी आईएनड-ओआईएल ओवरसीज लिमिटेड का गठन किया है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के पोर्टफोलियो में नौ ब्लॉक हैं जो लीबिया, ईरान, नाइजीरिया, तिमोर-लेस्टे, यमन और वेनेजुएला में हैं। इंडियन ऑयल दो तेल उत्खनन ब्लॉकों का सफलतापूर्वक खोज कर चुकी है जिसमें से एक भारत में और दूसरा ईरान में है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, इन ब्लॉकों से वाणिज्यिक तौर पर उत्पादन के लिए फिलहाल आकलन किया जा रहा है। इंडियन ऑयल गैबॉन के एक तेल उत्खनन ब्लॉक से भी जुड़ी है जहां ऑयल इंडिया ऑपरेटर है।
इंडियन ऑयल ने ऑयल इंडिया के साथ मिलकर नाइजीरिया के एक ब्लॉक में भी हिस्सेदारी हासिल की है। इसके अलावा ऑयल इंडिया, कुवैत एनर्जी और इंडोनेशिया के मेडको एनर्जी के साथ कंसोर्टियम के जरिये इंडियन ऑयल ने यमन के ब्लॉकों में भी हिस्सेदारी हासिल की है। जबकि एचपीसीएल की कैमबे बेसिन ऑनशोर फील्ड्ïस, सांगनपुर ऑफशोर फील्ड्ïस और साउथ रेवा बेसिन ऑफशोर ब्लॉक में हिस्सेदारी है।
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