मैं म्युचुअल फंड में निवेश कर रहा हूं। मेरी इच्छा तो करीब 10 लाख रुपए निवेश करने की थी, लेकिन मैं एक ही बार में यह निवेश नहीं करना चाहता।
मैं यह निवेश 15 विभिन्न खरीदों के जरिए करना चाहता हूं। अगर मैं सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लॉन (एसआईपी) की जगह हर महीने शेयर बाजार में आने वाली गिरावट के साथ नियमित खरीदारी करूं तो क्या यह मेरे लिए फायदे का सौदा होगा। मैं एसआईपी के जरिए 5,000 या फिर 20,000 रुपये का निवेश नहीं करना चाहता।-आनंद
आपको बाजार की स्थिति के बारे में कोई धारणा बनाने से बचना चाहिए और उसे टाइम नहीं करना चाहिए यानी खुद से यह तय नहीं कर लेना चाहिए कि ये बाजार का बाटम है या फिर पीक। लंबी अवधि के निवेश के लिए इक्विटी फंड एक बेहतर विकल्प है।
बाजार के निचले स्तर पर निवेश सुनिश्चित करना आपके लिए खासा मुश्किल है। इसलिए एसआईपी आपके लिए बेहतर विकल्प है। बाजार का अंदाजा लगाना खासा मुश्किल काम है। जब बाजार तेजी से नीचे जाता है तो हम सभी डर जाते हैं और इंतजार करने लगते हैं कि यह और नीचे जाए, लेकिन उस समय यह अचानक पलट कर ऊपर चला जाता है।
आपको दो चीजों में ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। ऐसे में एक व्यक्ति एसआईपी के जरिए इक्विटी फंड में निवेश कर सकता है। यहां बाजार के चढ़ने और उतरने को लेकर चिंता कम होती है। आपको दो बातों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
पहले तो यह कि आप कुछ अच्छे डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंडों में निवेश करें जिनका सभी तरह के जोखिमों के बावजूद रिटर्न देने का शानदार ट्रैक रिकार्ड रहा हो और आपको इसके साथ ही अगले 12 माह, 18 माह या 24 माह की समयावधि वाले एसआईपी पीरियड को चुनना चाहिए।
मेरे पिताजी रिटायर्ड हैं और वे किसी अच्छे लंबी अवधि वाले डेट फंड में 5 लाख रुपये तक के निवेश की इच्छा रखते हैं जिसका रिटर्न मुद्रास्फीति और एफडी की दर से भी ज्यादा हो। आप बताइए कि इसके लिए कौन से डेट फंड उपयुक्त रहेंगे?
मध्यम अवधि के डेट फंड बैंक जमा से अधिक रिटर्न देते हैं और साथ ही इन पर महंगाई का असर भी कम होता है। लेकिन यहां ध्यान देने की बात यह है कि डेट फंडों की वैल्यू कम हो सकती है और वे पूरी तरह से जोखिम मुक्त नहीं है।
जब ब्याज दरें कम होती हैं तो ये फंड अधिक रिटर्न देते हैं, लेकिन जब दरें बढ़ती हैं तो इनकी वैल्यू घट जाती है। इसके साथ ही इनके निवेश में क्रेडिट रिस्क भी होता है। हालांकि कर के लिहाज से इन फंडों से मिला रिटर्न बेहतर होता है।
अगर इन्हें एक साल तक पास में रखा जाए तो यह कैपिटल गैन माना जाता है। यहां अच्छी रेटिंग वाले मध्यम अवधि वाले डेट फंड बेहतर विकल्प हो सकते हैं।अगर कोई निवेशक जोखिम मुक्त फिक्स्ड रिटर्न चाहता है तो उसके लिए यह फंड उपयुक्त नहीं है। इसकी जगह अधिक तरलता के साथ बैंक डिपाजिट अधिक सुरक्षित माध्यम है।
मैं किसी ऐसी जगह निवेश करना चाहता हूं जहां मैं कम से कम निवेश के जरिए कर भी बचा सकूं और वहां से मुझे कुछ रिटर्न मिल सके। मैं जानना चाहता हूं कि मैं कहां निवेश कर सकता हूं? क्या आप मुझे कुछ टेक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट विकल्पों के बारे में बता सकते हैं ? -शैलेन्द्र कोशले
इस तरह के कई टेक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट उपलब्ध हैं जिनमें से आप उस समय अवधि और अपेक्षित रिटर्न वाला विकल्प चुन सकते हैं जिनमें आप निवेश करना चाहते हैं।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) का लॉक इन पीरियड सबसे कम तीन साल का होता है। लेकिन किसी भी इक्विटी निवेश के लिए तीन साल तक निवेश की सलाह नहीं दी सकती। लंबी अवधि में यह फंड किसी अन्य टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स से अधिक रिटर्न देते हैं।
लेकिन तीन साल की अवधि में आपको किसी निराशाजनक स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है। आप मैग्नम टैक्सगेन, प्रिंसिपल टैक्स सेविंग और सुंदरम टैक्स सेवर आदि में से कोई अच्छी रेटिंग वाला ईएलएसएस फंड चुने। इनकी तुलना में म्युचुअल फंड पेंशन प्लॉन कम जोखिम वाला है।
इस तरह के दो फंड टेंपलेटन इंडिया पेंशन और यूटीआई रिटायरमेंट बेनिफिट पेंशन फंड उपलब्ध हैं। दोनों फंड इक्विटी में तुलनात्मक रूप से कम एक्सपोजर के कारण ईएलएसएस से कम जोखिम वाले हैं। इसलिए इनमें रिटर्न भी ईएलएसएस से कम है।
म्युचुअल फंडों के अतिरिक्त बैंक फिक्स्ड डिपाजिट, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपाजिट, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, एनएससी, पब्लिक प्रोविडेंट फंड इत्यादि अन्य टेक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट हैं। हालांकि इनमें न्यूनतम होल्डिंग पीरियड अधिक होता है। यहां निवेशक को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि यहां मिले रिटर्न आकर्षक नहीं होते।
मैं एक रिटायर्ड व्यक्ति हूं। 2006-07 में मैंने बहुत सारा पैसा म्युचुअल फंड और शेयरों में निवेश किया था। मैंने जिन शेयरों और फंडों में निवेश किया था, वे सभी बहुत अच्छे थे। लेकिन हाल में बाजार में गिरावट के कारण मुझे अपने निवेश में बहुत नुकसान हुआ है।
हालांकि मुझे अगले तीन साल पैसे की जरूरत नहीं है। पर मैं यह जानना चाहता हूं अगर मैं अपना निवेश जारी रखता हूं तो मेरे नुकसान की भरपाई और कुछ लाभ कमाने की संभावना है नहीं। मैं यह जानता हूं कि अभी बिकवाली से बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। क्या मुझे एसआईपी के मार्फत निवेश जारी रखना चाहिए या फिर मैं फिक्स्ड डिपाजिट का विकल्प चुनूं। - मजूमदार
आदर्श स्थिति में कोई भी इक्विटी निवेश कम से कम पांच साल या फिर इससे अधिक के लिए होना चाहिए। कम अवधि में इक्विटी में निवेश करना बेहद खतरनाक है।
आप एक रिटायर व्यक्ति हैं और आपको तीन साल तक पैसे की जरूरत नहीं है। इसे देखते हुए आपको अधिकांश निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट में करना था। इससे आप कैपिटल मार्केट में हुए नुकसान की भरपाई कर सकते थे। हाल में हुई गिरावट के बाद लगभग सभी फंड अपने 2007 के एनएवी से नीचे आए हैं। इसलिए आपको नुकसान होना लाजमी ही है।
अगर आपने 2006-07 के तीन साल पहले से निवेश करना शुरु किया होता तो अभी आप अच्छे फायदे में होते। अभी बाजार की स्थिति देखते हुए यह भविष्यवाणी करना असंभव है कि शेयर बाजार कब फिर से चढ़ना शुरु कर देगा।
लेकिन जैसा कि आपने बताया कि आपने अच्छे फंडों और शेयरों में निवेश किया था तो फिर आपको कुछ समय इंतजार करना चाहिए। इसके बाद क्रमबध्द तरीके से आप पैसा निकालकर उसे डेट फंड में लगाएं जो आपके लिए उपयुक्त है।