भारतीय शेयर बाजार में पिछले कई महीनों से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। अमेरिकी सबप्राइम संकट से जन्मे वैश्विक आर्थिक संकट के कारण विश्व भर के बाजारों का कमोबेश यही हाल है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने जबरदस्त बिकवाली की है और बड़े परिमाण में बाजार से पैसे निकाल ले गये, इसके साथ ही बाजार में मंदी आने की शुरुआत हुई। बावजूद इसके कुछ क्षेत्र ऐसे भी रहे जिन पर मंदी की की मार का कम असर हुआ है। इन क्षेत्रों में एफएमसीजी और आईटी आदि शामिल हैं।
टॉरस म्युचुअल फंड के प्रबंध निदेशक आर के गुप्ता ने बताया, 'एफएमसीजी और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) जैसे क्षेत्रों पर बाजार में आई गिरावट का प्रभाव कम पड़ा है।' उन्होंने बताया कि पिछले 1-1.5 साल में इन क्षेत्रों में ज्यादा तेजी भी नहीं देखी गई और न ही ये भारी मंदी के चपेट में आए है। निवेश के नजरिये से उन्होंने एफएमसीजी और आईटी श्रेणी को अव्वल माना।
उन्होंने बताया, 'पिछले कई वर्षों से एफएमसीजी और आईटी क्षेत्रों का प्रदर्शन न तो ज्यादा फायदा देने वाला रहा है और न ही अधिक नुकसान देने वाला। मुझे विश्वास है कि जब बाजार में तेजी का दौर शुरू होगा तो इन श्रेणियों का प्रदर्शन बेहतर होगा।'
विशेषज्ञों की मानें तो भारतीय बाजार की बुनियाद मजबूत है। लंबी समयावधि (2 वर्षों से अधिक) के लिहाज से इक्विटी में निवेश करने का यह समय सबसे अधिक उपयुक्त है। ब्रोकरेज हाउस, इन्वेस्ट शॉपी इंडिया लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कपूर ने कहा, '18 महीने से कम अवधि के लिए निवेश करने वालों के लिए ऋण में निवेश करना सबसे अधिक सुरक्षित है। वैसे निवेशक जो 2 सालों से अधिक समयावधि के लिए निवेश करना चाहते हैं उनके लिए इक्विटी में निवेश करने के खयाल से यह समय सबसे अधिक उपयुक्त है।'
उन्होंने कहा कि निवेश हमेशा ही अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमताओं के अनुसार किया जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि किन श्रेणियों में किस समयसीमा तक का निवेश बेहतर होगा, उन्होंने बताया, 'सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, बुनियादी ढांचे से जुड़ी कंपनियों, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं तथा विशाखण की दृष्टि से एफएमसीजी की श्रेणी में निवेश करना बेहतर प्रतिफल दे सकता है।'
कपूर ने कहा कि हालांकि एफएमसीजी तथा आईटी क्षेत्र के शेयरों में गिरावट अपेक्षाकृत कम देखने को मिली है लेकिन लंबी समयावधि में प्रतिफल देने के नजरिये से बैंकिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र बेहतर है। उन्होंने कहा, 'विशाखण के लिए आईटी और एफएमसीजी में निवेश किया जा सकता है।