राष्ट्रपति चुनावों के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि वह सबप्राइम संकट की वजह से जब्त किए गए घरों को खरीदने के लिए 30 अरब डॉलर के पैकेज की पेशकश की योजना बना रही हैं।
उन्होंने कहा कि दो वर्षों के इस कार्यक्रम को खास तौर पर हाउसिंग संकट की मार झेल रहे गृह मालिकों की सहायता के लिए तैयार किया जा रहा है। चुनाव अभियान में जुटी क्लिंटन ने इंडियाना में टेलिफोन पर दिए गए एक साक्षात्कार में कहा, ''फेडरल रिजर्व ने पिछले कुछ दिनों में वॉल स्ट्रीट को संकट से उबारने के लिए काफी कुछ किया है पर अब जरूरत है कि उन मकान मालिकों के लिए भी कुछ किया जाए जो हाउसिंग संकट की वजह से अपना घर खो चुके हैं।''
क्लिंटन 24 मार्च को फिलाडेल्फिया में अपने आर्थिक भाषण के दौरान इस योजना का खुलासा करेंगी। क्लिंटन ने कहा कि प्रस्तावित राशि को आवश्यकता अनुसार विभिन्न इलाकों को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा, ''मैं कांग्रेस और राष्ट्रपति से यह अनुरोध करती हूं कि वे इस पैकेज को स्वीकृत करने के लिए एकसाथ आएं।'' क्लिंटन ने इस प्रस्ताव को मकान मालिकों के लिए 'जीवनरेखा' के समान बताया। इस प्रस्तावित रकम से वित्तीय संकट से जूझ रहे मकान मालिकों की सहायता की जाएगी। साथ ही जब्त किए घरों को खरीदकर वापस से उन्हें बेचा जाएगा।
साथ ही इस रकम का उपयोग अपेक्षाकृत कम विकसित इलाकों में बुनियादी ढाचें के विकास के लिए भी किया जा सकेगा। क्लिंटन ने साथ ही कहा कि वित्तीय व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए फेडरल रिजर्व ने पिछले दिनों ठोस कदम उठाए हैं लेकिन स्थितियों में सुधार के लिए कुछ और कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। 16 मार्च को फेडरल रिजर्व ने डिस्काउंट रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की घोषणा की थी और यह घटकर 3.25 फीसदी पर पहुंच गई हैं।
डिस्काउंट रेट वह दर है जिसपर केंद्रीय बैंक अन्य बैंकों को कर्ज प्रदान करता है। वहीं 18 मार्च को फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की कटौती की भी घोषणा की थी। इस तरह ब्याज दरें घटकर 2.25 फीसदी पर आ गई हैं।
क्लिंटन ने कहा कि फेडरल ने अब तक जितने कदम उठाए हैं वे काबिले तारीफ तो हैं पर उन्हें पर्याप्त नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये कदम संकट की मूल वजह को समाप्त कर पाने में बहुत सफल नहीं रहेंगी।
हाउसिंग संकट की वजह से घरों की रिकार्ड जब्ती तो हुई ही है साथ ही सबप्राइम संकट के कारण बैंक इतने डरे हुए हैं कि वे आगे ऋण देने से भी कतरा रहे हैं। पिछले हफ्ते फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष बेन एस बर्नान्के ने कहा था कि जिस दर से अमेरिकी अपने घरों से हाथ धो रहे हैं यह एक चिंता का विषय है। क्लिंटन ने अपने प्रस्ताव के बारे में बात करते हुए कहा कि बर्नान्के खुद भी यही चाहते हैं कि इस तरह के कुछ कदम उठाए जाएं।