विजयादशमी को दिल्ली के हर प्रमुख बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था काफी चाक-चौबंद रही। हर प्रमुख बाजार पर पुलिस का सख्त पहरा देखा गया। कई प्रमुख रास्ते पर नो एंट्री लगा दी गई।
इस वजह से लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी मशक्कत भी करनी पड़ी। वैसे सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही में भी कमी देखी गई, लेकिन हर प्रमुख बाजार में लोगों की उपस्थिति काफी दिखी। चांदनी चौक बाजार के सड़क को वन वे कर दिया गया। मोरी गेट पर भी कई सड़कों के बंद होने की वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
लाल किले के आसपास काफी दुकानें बंद रही, लेकिन कपड़े, जूते और मेले से जुड़ी सामग्रियों से संबंधित दुकानें खुली रही। मोरी गेट के पास रावण दहन की तैयारी के चलते भी यातायात में परेशानी देखी गई। रामलीला आयोजन स्थल के आसपास लोगों की काफी भीड़ थी और उस हिसाब से सुरक्षा की भी तगड़ी व्यवस्था की गई। हर चौराहे पर पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ियां गश्त लगा रही है।
कमोडिटी बाजारों में भी सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया। चाहे वह खोया मंडी हो या आजादपुर मंडी, हर जगह सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था देखने को मिली। हर बड़े बाजार में पार्किंग की गाड़ियों पर कड़ी निगरानी रखी गई।
जो दुकानें या प्रतिष्ठान खुली रही, उसके कर्मचारियों के गाड़ी का नंबर नोट किया जा रहा है और उसके अलावा जो गाड़ियां दिखी, उस पर कड़ी पूछताछ की जा रही है। बड़े बाजारों की जो दुकानें खुली रही, उसे पुलिस प्रशासन की तरफ से कुछ सुरक्षा टिप्स के तहत सजग रहने का निर्देश दिया गया।
अधिक भीड़ भाड़ वाले इलाके में लाउड स्पीकर से सतर्क रहने की घोषणा भी की जा रही है। उत्तरी जिला क्षेत्र के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'अधिक भीड़ भाड़ और मेले के माहौल में सुरक्षा जिम्मेदारियां बढ़ जाती है।'