महंगाई दर जनवरी में नरम होकर आठ महीने के निम्न स्तर पर | भाषा / नई दिल्ली February 14, 2014 | | | | |
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी से मुद्रास्फीति जनवरी महीने में घटकर आठ महीने के निम्न स्तर 5.05 प्रतिशत पर आ गई है। यह लगातार दूसरा महीना है जब थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति नरम हुई।
यह रिजर्व बैंक के लिए भी राहत भरा है जो महंगाई दर पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहा है। दिसंबर 2013 में यह 6.16 फीसदी तथा नवंबर में 7.52 फीसदी थी। जनवरी की मुद्रास्फीति दर मई 2013 के बाद न्यूनतम है।
उस समय महंगाई दर 4.58 प्रतिशत थी। इक्रा की वरिष्ठ अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, 'कुल मिलाकर अनुकूल मॉनसून तथा कृषि उत्पादन परिदृश्य के बावजूद खाद्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी रही जो मांग-आपूर्ति अंतर तथा आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े मुद्दों को रेखांकित करता है।'
यहां आज जारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी के दौरान खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति घटकर 8.8 प्रतिशत पर आ गई जो इससे पिछले महीने 13.68 प्रतिशत थी। थोक मूल्य सूचकांक आंकड़ों के अनुसार आलोच्य महीने में सब्जियों की मुद्रास्फीति घटकर 16.60 प्रतिशत पर आ गई, जबकि दिसंबर में यह 57.33 प्रतिशत थी।
जनवरी के दौरान प्याज के दाम बढऩे की रफ्तार घटकर 6.59 प्रतिशत पर आ गई जो दिसंबर में 39.56 प्रतिशत थी। इसी महीने में आलू की मुद्रास्फीति 21.73 प्रतिशत थी।
आलोच्य महीने में फलों के साथ ही अंडे, मीट व मछली वर्ग की मुद्रास्फीति भी कम हुई, इस दौरान दूध की मुद्रास्फीति मामूली रूप से बढ़कर 7.22 प्रतिशत पर पहुंच गई।
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