निवेश कम पर उद्यम को मिलेगा दम | रामवीर सिंह गुर्जर / नई दिल्ली November 15, 2013 | | | | |
आप कारोबार में हाथ तो आजमाना चाहते हैं लेकिन मोटी रकम न होने के कारण आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो आपको निराश होने की जरूत नहीं है। आप 50 हजार रुपये से भी कम पैसे में उद्यमी बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। बस इसके लिए आपको दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्टï्रीय व्यापार मेले में आना होगा। जहां आपको चिप्स बनाने, मसाला पीसने, खाद्यान्न पैकिंग, बिस्कुट बनाने जैसे छोटे उद्योग कम पैसे में शुरू करने की भरपूर जानकारी मिल जाएगी।
आप छोटे दुकानदार हैं और छोटे शहरों में खुल रहे बड़े रिटेल स्टोर आकर्षक पैंकेजिंग के जरिये आपके कारोबार में सेंध लगा रहे हैं तो आप 65,000 रुपये के निवेश से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। मेले में पैकेजिंग मशीन का स्टॉल लगाने वाले विवेक त्रिपाठी बताते हैं कि छोटे उद्यमी कम पैसे में दाल, चावल, मेवे को हवा बंद पाउच में मशीन के जरिये पैक कर सकते हैं। एक किलो पैकिंग का खर्चा महज 2 से 2.5 रुपये है। पैकिंग के बाद उत्पादों को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
साथ ही यह आकर्षक दिखेगा और ग्राहक भी इन्हें पसंद करेंगे। त्रिपाठी कहते हैं दिल्ली के खारी बावली मंडी और कश्मीर में इन मशीनों की अच्छी मांग है और ये मशीन छोटे शहरों के कारोबारियों के काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। मसाला मशीन निर्माता परमिंदर सिंह महज 35,000 रुपये में मसाला पीसने की स्वचालित मशीन मुहैया करा रहे है। सिंह कहते हैं कि यह मशीन एक और तीन फेज पर चल सकती है और एक घंटे में 35 किलो मसाला पीस सकती है। अगर आप ज्यादा मसाला पीसने का कारखाना लगाना चाहते हैं तो 70,000 रुपये खर्च कर बड़ी मशीन ले सकते हैं।
चिप्स बनाने का कारोबार भी 55,000 रुपये में शुरू किया जा सकता है। चिप्स मशीन के विक्रेता नरेश बब्बर कहते हैं कि इस मशीन से सादा चिप्स बनाया जा सकता है। अगर आप 6.50 लाख रुपये खर्च कर सकते हैं तो आप ऐसी मशीन से चिप्स बनाने का काम शुरू कर सकते हैं, जो आलू को काटकर छिलका अलग करेगी। साथ ही इसमें मसाला मिलाकर मसालेदार चिप्स बनाएगी, जिसकी बाजार में ज्यादा मांग है। इस मशीन से एक घंटे में 10 किलो आलू का चिप्स बनाया जा सकता है। स्टूडियो में फिल्म से निकलने वाले पानी से आप चांदी बनाकर भी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको कम से कम 26,000 रुपये खर्च करने होंगे। बिस्कुट बनाने के कारोबार के लिए करीब 7 लाख खर्च करने होंगे। 3 से 3.50 लाख रुपये में बड़ी आटा चक्की का धंधा शुरू किया जा सकता है।
मेट्रो ने दुरुस्त की व्यवस्था
दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने अगले सप्ताह भारत अंतराष्ट्रीय व्यापार मेले में पहुंचने वाली भारी भीड़ से निबटने एवं लोगों की सहूलियत के लिए अतिरिक्त टोकन काउंटर खोलने एवं ट्रेनें चलाने समेत कई कदम उठाए हैं। डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण किया। भाषा
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