एनएसईएल का ऊन गोदाम बदहाल | विजय रॉय और एन सुंदरेश सुब्रमध्यन / सीरा (लुधियाना)/नई दिल्ली August 06, 2013 | | | | |
अपनी 6 जुलाई की रिपोर्ट में नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) ने कहा था कि लुधियाना के सीरा गांव में उसके गोदाम में 12,435.5 टन ऊन का भंडार है। एनएसईएल के अनुबंध विनिर्देशों में कहा गया कि यह गोदाम एआरके इम्पोट्ïर्स की परिसंपत्ति पर है।
एक सप्ताह बाद भंडार बढ़ कर 12,531 टन हो गया और 20 जुलाई को घट कर 12,351 टन रह गया। 26 जुलाई की रिपोर्ट में एक्सचेंज ने कहा था कि यह माल घट कर 11,190 टन रह गया है। इसका मतलब है कि इस अवधि के दौरान गोदाम से 1245 टन माल बाहर चला गया। अहम बात यह है कि इस खेप के लिए एनएसईएल के पास अन्य कोई गोदाम भी नहीं था। इन आंकड़ों से गोदाम में खेपों की भारी आवाजाही का पता चलता है।
जब बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस गोदाम का दौरा किया तो कहानी अलग नजर आई। गोदाम के आसपास के कई लोगों ने हमें बताया कि कई महीनों से इस गोदाम में कोई गतिविधि नहीं हुई है। गोदाम की सुरक्षा के प्रभारी खेमराज ने कहा, Óमैंने लगभग 6-7 महीनों से इस गोदाम में किसी ट्रक को आते या जाते नहीं देखा है। हां मैं यह जरूर जानता हूं कि इस गोदाम में ऊन रखा हुआ है।Ó पास की एक फैक्टरी गीतांश अलॉयज (पी) लिमिटेड में काम करने वाले सिंबल सिंह और गुरदीप सिंह ने कहा, 'हालांकि कार्य दिवसों में कुछ अधिकारी यहां आते हैं, लेकिन गोदाम में किसी ट्रक की आवाजाही नहीं हुई है।Ó
बिजनेस स्टैंडर्ड ने गोदाम के सुपरवाइजर हरि ओम से संपर्क किया तो उसने यह स्वीकार किया कि वह एनएसईएल से जुड़ा हुआ है। उसने बताया कि उसे भंडार की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है, क्योंकि उसने एनएसईएल में लगभग एक महीने पहले ही नौकरी शुरू की है।
गोदाम परिसर को देख कर ऐसा नहीं लग रहा था कि यहां करोड़ रुपये का माल रखा हुआ है। लेकिन इसमें 816 करोड़ रुपये का कच्चा ऊन रखा हुआ है। इसमें सब तरफ झाडिय़ां दिख रही थीं जिससे मानव गतिविधि के अभाव का पता चलता है। स्थानीय लोगों ने भी बताया कि गोदाम के परिसर में बिजली या पानी कनेक्शन नहीं है जिससे एक्सचेंज की भंडारण प्रक्रिया पर सवाल खड़ा हो गया है। ऊन विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चा ऊन गंदा होता है और अक्सर यह मांस के टुकड़ों के साथ आता है जिससे गुणवत्ता एवं रखरखाव पर ध्यान नहीं दिए जाने से इसमें गंदी बदबू आ सकती है।
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