बाढ़ की चपेट में इलाहाबाद, कानपुर व वाराणसी | बीएस संवाददाता / लखनऊ August 04, 2013 | | | | |
उत्तर प्रदेश में उफनती नदियों ने अब गांवों के साथ ही शहरों को भी अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है। संत कबीर नगर में घाघरा पर बने बांध के शुक्रवार को रात टूट जाने से हालात विकट हो गए हैं। इलाहाबाद, कानपुर व वाराणसी के कई निचले शहरी इलाकों में गंगा का पानी घुस जाने से लोगों को अपना घर छोडऩे को मजबूर होना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने सिंचाई एवं राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव एवं सचिवों को निर्देश दिए हैं कि वे स्वयं आगामी एक सप्ताह में बाढग़्रस्त जनपदों का स्थलीय निरीक्षण कर बाढग़्रस्त कार्यों की प्रगति से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि संत कबीर नगर में विगत दिनों बांध टूटने पर वक्त पर कार्यवाही न होने पर हुई लापरवाही की जांच कर दोषी कर्मियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित कराकर शीघ्र अवगत कराया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि संत कबीर नगर में टूटे हुए बांध के स्थान पर तत्काल रिंग बांध बनाया जाए, ताकि कोई भी अप्रिय घटना घटित न होने पाए।
गौरतलब है कि संतकबीर नगर में घाघरा नदी के बायें तट पर स्थित मदरहवा-बेहरा डांडी तटबंध पर तुकौलिया, भिखारीपुर और धनघटा ग्राम के निकट नदी में कटान के कारण तटबंध टूट गया जिससे लगभग एक दर्जन गांव डूब गए। घाघरा नदी इस इलाके मे कई दिन से तांडव मचाए हुए है, इस बात की जानकारी सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों को भी थी।
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