पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने वाली तृणमूल कांग्रेस की नेता और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साबित कर दिया है कि राज्य में उनका राजनीतिक दबदबा अभी भी कायम है। राजनीतिक सफलता हासिल करने के बाद ममता ने अब एक और ज्यादा मुश्किल काम उनके हाथ में लिया है। पश्चिम बंगाल में निवेश आकर्षित करने के लिए वह 1 अगस्त को मुंबई के वल्र्ड ट्रेड सेंटर में उद्योगपतियों के साथ बैठक करने जा रही हैं। अब तक बंगाल में औद्योगिक निवेश फीका रहा है और निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक निवेशक सम्मेलन में जेएसडब्ल्यू स्टील के सीएमडी सज्जन जिंदल, आईटीसी के चेयरमैन वाईसी देवेश्वर, अंबुजा नेवतिया समूह के हर्ष नेवतिया, आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोछर आदि के शामिल होने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव संजय मित्रा ने इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए औपचारिक तौर पर 65 उद्योगपतियों और 25 बैंकरों को आमंत्रित किया है। राज्य सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने दावा किया है कि देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी भी इस सम्मेलन में हिस्सा ले सकते हैं। हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रवक्ता ने अभी तक इस तरह की खबरों की पुष्टिï नहीं की है। उल्लेखनीय है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एचपीएल) में पश्चिम बंगाल सरकार की हिस्सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई है और इसके लिए उसने अभिरुचि पत्र भी दाखिल किया है। वेदांत समूह के अनिल अग्रवाल भी एचपीएल में हिस्सेदारी खरीदने की दौड़ में शामिल हैं, लेकिन कंपनी की वार्षिक आम बैठक में हिस्सा लेने के लिए वह इस समय लंदन में हैं। ऐसे में आगामी निवेशक सम्मेलन में वह उपस्थित नहीं रहेंगे। बहरहाल 1 अगस्त को मुख्यमंत्री निवेशक स्म्मेलन को संबोधित करेंगी और उन्हें बंगाल में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेंगी। राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अंबानी बंधुओं समेत टाटा समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री, विप्रो के अजीम प्रेमजी, इन्फोसिस के कृष गोपालकृष्णन जैसे दिग्गज उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा देश के सभी प्रमुख निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भी आमंत्रित किया गया है। हालांकि अधिकारियों ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इनमें से कितने लोग सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं।
