हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में एक नए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस हवाईअड्डे को मंडी जिले की बाल घाटी में 700 करोड़ रुपये लागत से बनाया जाएगा।
इस बाबत राज्य सरकार ने प्रस्ताव को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पास भेज दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बताया, 'इस क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है जहां कोई हवाईअड्डा नहीं है। यहां हवाईअड्डा नहीं हो पाने की वजह से इस राज्य में विदेशी पर्यटक कम आकर्षित होते हैं, जिसकी वजह से राजस्व में भी बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है।'
उन्होंने बताया, 'भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के विशेषज्ञों ने हवाईअड्डे के लिए पहचान की गई जगह पर तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता अध्ययन को पहले ही शुरू कर चुके हैं। रिपोर्ट तैयार करने के बाद प्राधिकरण उस प्रस्ताव को उच्च अधिकारियों को सौंप देंगे।'
मंडी सुंदरनगर से काफी नजदीक है और यह शहर लगभग राज्य के बीचोबीच बसा हुआ है। राज्य में रेल और हवाई नेटवर्क के अभाव की वजह से सड़क यात्रा पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इस पहाड़ी राज्य में परिवहन सबसे प्रमुख साधन है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में केवल तीन छोटे हवाईअड्डे हैं- कांगड़ा, कुल्लू और शिमला। बहरहाल, हवाई संपर्क बढ़ाने और हवाई यात्रा को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार पहले से ही हेलिपैड नेटवर्क का विस्तार कर रही है। राज्य सरकार मुख्य रूप से पर्यटकों को अकर्षित करने के लिए इस तरह की पहल कर रही है।