सफाई की लड़ाई | विवेट सुजन पिंटो / March 03, 2013 | | | | |
दोनों कंपनियों के बीच की तुलना से उपजा विवाद इन दिनों बहस का मुद्दा बन गया है। हिंदुस्तान यूनिलीवर के मार्केटिंग मैन्यूअल को आधार बनाकर उपभोक्ता सामान बनाने वाली ब्रिटिश कंपनी रेकिट बेंकिजर ने हाल ही में एक विज्ञापन शुरू किया जिसमें इसके नए उत्पाद डेटॉल एक्सटेंशन की तुलना बर्तन सफाई और रसोई उत्पाद बनाने वाले अग्रणी ब्रांड विम के साथ की गई। 15 फरवरी को विज्ञापन लॉन्च होने के कुछ ही दिनों बाद त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए एचयूएल ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। कंपनी की दलील थी कि ऐसे प्रचार अभियान से उनके उत्पाद की साख पर असर पड़ेगा।
मामले की सुनवाई करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आरबी को विज्ञापन से उस हिस्से को हटाने के आदेश दिए जिसमें दोनों ब्रांडों की तुलना की गई है। एचयूएल ने भेजे गए मेल का जवाब नहीं दिया और आरबी ने न्यायालय के आदेश पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। लेकिन कंपनी के अधिकारियों ने गैर-आधिकारिक रूप से बताया कि यह सबकुछ रसोई और बर्तन सफाई जैसी रुखे श्रेणी में हलचल मचाने के लिए था।
इस श्रेणी का कुल कारोबार 500-600 करोड़ रुपये के आसपास है। बाजार अनुमानों के मुताबिक विम का कुल कारोबार करीब 300 करोड़ रुपये का है। ज्योति लैबोरेटरीज के एक्सो और प्रिल कुछ ऐसे ब्रांड हैं जिनका कुल कारोबार करीब 250 करोड़ रुपये का है। एचयूएल और ज्योति लैबोरेटरीज जैसे खिलाडिय़ों की इस क्षेत्र में पहले से अच्छी पकड़ है। ऐसे में यह जरूरी है कि आरबी ग्राहकों को उनके उत्पादों के बारे में ठीक से बताए और खरीदने के लिए प्रेरित करे। यही कारण है कि इन विज्ञापनों में डेटॉल को विम की तुलना में बेहतर बताया जा रहा है। एचयूएल के लाइफबॉय, लक्स और विप्रो के संतूर के बाद डेटॉल देश का चौथा सबसे अधिक बिकने वाला साबुन है। साबुन बाजार में इसकी हिस्सेदारी करीब 8 फीसदी की है। कुल कारोबार करीब 1,500 करोड़ रुपये का है और यह सालाना 20-25 फीसदी की दर से वृद्घि कर रहा है।
बाजार में बेहतरीन कीटनाशक की अपनी जबरदस्त छवि को भुनाते हुए डेटॉल ने हैंडवॉश, सैनेटाइजर, बॉडी वॉश, शेविंग क्रीम और हैंड प्लास्टर जैसे उत्पाद भी पेश किए। लोगों के रसोई घरों और बर्तन सफाई जैसी चीजें शुरू करने के पीछे कंपनी के अपने तर्क हैं। एक साबुन कंपनी के मार्केटिंग प्रमुख ने आसान से शब्दों में कहा, 'लोगों के दिमाग में संदेह जरूर होगा। एक ऐसा ब्रांड जिसका इस्तेमाल आप अभी तक अपने शरीर के लिए करते आए हैं, अब आप उसका इस्तेमाल अपने बर्तनों के लिए भी कर सकते हैं। यह कितना सही है? इस विस्तार के चक्कर में ग्राहक पर्सनल केयर उत्पादों की ओर ध्यान देना कम कर देंगे। जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है।Ó आरबी के दक्षिण पूर्व एशिया के वरिष्ठï उपाध्यक्ष चंद्र मोहन सेठी की राय कुछ अलग है। वह कहते हैं, 'नए क्षेत्र में कारोबार में विस्तार का यह मतलब नहीं है कि हम पर्सनल केयर के उत्पादों की तरफ ध्यान नहीं देंगे। इससे तो खुशहाल घरों और स्वस्थ जीवन का हमारा दृढ़ निश्चय और पुख्ता होता है।Ó
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