Skip to content
  रविवार 4 जून 2023
Trending
June 4, 2023भारत अब वह देश नहीं रहा, जो अपेक्षाकृत धीमी गति से घिसट-घिसट कर चलता था : EAM जयशंकरJune 4, 2023Odisha Train Accident: अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर दुख जतायाJune 4, 2023Odisha train accident: प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी गई, PM मोदी ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा कियाJune 4, 2023US: राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेट सीलिंग बढ़ाने संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर किए
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
   लेख   खुदरा पर 'कमल' से लड़ाई में कमल ने ही साख बचाई
लेख

खुदरा पर 'कमल' से लड़ाई में कमल ने ही साख बचाई

adminआदिति फडणीस— December,14 2012 9:42 PM IST
Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Email

बहु-ब्रांड खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मसले पर पिछले दिनों संसद में बहुत गहमा-गहमी हुई। इस पर संसद के दोनों सदनों में जोरदार बहस हुई। दिग्गज नेताओं ने इसके पक्ष और विपक्ष में एक से बढ़कर एक तर्क पेश किए। इसी सिलसिले में अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के नेता और राज्यसभा सांसद वी मैत्रेयन बहुब्रांड खुदरा में एफडीआई की खामियां गिना रहे थे। मैत्रेयन ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार बहुत बड़ी गलती करने जा रही है। हालांकि बहस के दौरान अपने भाषण में सरकार पर कटाक्ष करते हुए बहस के नतीजे के निचोड़ पर यही कहा, 'आनंद शर्मा हार गए लेकिन कमलनाथ जीत गए।' उनका इशारा साफ तौर पर यही था कि वाणिज्य मंत्री जहां हारे वहीं संसदीय कार्यमंत्री को जीत मिली। जाहिर है इस टिप्पणी के बाद दोनों मंत्रियों के चेहरों के हावभाव अलग नजर आने थे और ऐसा हुआ भी। एक ओर जहां वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने उनके बयान पर उदासी भरी मुस्कान से जवाब दिया जबकि संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ अपनी खुशी पर काबू नहीं रख सके। उन्होंने शालीन दिखने की भरसक कोशिश की लेकिन अपनी इस कवायद में वह बुरी तरह नाकाम रहे और फिर वह किसी पॉप स्टार की मानिंद अकड़ में सदन से बाहर निकले, जहां उनके साथी उनकी पीठ थपथपा रहे थे और उनसे हाथ मिलाने को आतुर नजर आ रहे थे। एक  संवाददाता ने उनसे सवाल किया कि वह सुबह कितने बजे सोकर उठते हैं? उन्होंने जवाब दिया, 'मुझसे यह पूछिए कि मैं रात को सोता कितने बजे हूं?' पिछले हफ्ते उनका अधिकांश वक्त भाग-दौड़ और जोड़-तोड़ में ही बीता। कमलनाथ उन लोगों से फोन पर बातचीत से लेकर व्यक्तिगत रूप से मेल-जोल में लगे थे, जिनके बारे में उनको यकीन था कि वह उन्हें अपने पाले में ले आएंगे और विपक्ष के प्रस्ताव को गिरा देंगे। इसलिए इसमें बहुत ज्यादा हैरानी की बात नहीं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव और पार्टी के प्रमुख संकटमोचक अहमद पटेल से जब यह पूछा गया कि उनकी पार्टी मायावती का समर्थन हासिल करने में कैसे कामयाब रही तो उन्होंने यही जवाब दिया, 'आप कमलनाथ से पूछिए।' बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती का समर्थन सुनिश्चित करने के लिए कमलनाथ ने उन्हें उनके ही महत्त्वाकांक्षी अभियान से साधा। यह तो सभी जानते हैं कि प्रोन्नति में दलितों के आरक्षण का मसला मायावती के लिए राजनीतिक रूप से बहुत अहम है, ऐसे में उसी की दुहाई देते हुए कमलनाथ ने कहा कि अगर वह इस विधेयक को अंजाम तक पहुंचाना चाहती हैं तो उन्हें यही दिखाने की जरूरत है कि विपक्ष कमजोर, बिखरा हुआ है जो सिर्फ शोर-शराबा मचाने से ज्यादा कुछ और नहीं कर रहा है। अन्यथा 117वां संविधान संशोधन विधेयक कभी मूर्त रूप नहीं ले पाएगा। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) का समर्थन हासिल करने के लिए उन्होंने सपा सुप्रीमो को समझाया कि इससे उनकी धुर राजनीतिक विरोधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कमजोर होगी। कमलनाथ ने यादव को समझाया कि एफडीआई प्रस्ताव से भाजपा को छोटे व्यापारियों के बाहुल्य वाली लोकसभा सीटों पर नुकसान उठाना पड़ेगा जो उसकी बड़ी ताकत रहे हैं। सब कुछ सरकार के हक में गया। हर चीज एकदम तय हिसाब से हुई और सदन में सरकार ने साबित कर दिया कि पूरा संगठित विपक्ष भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। एफडीआई पर मतदान के बाद कमलनाथ मुश्किलों को आसान बनाने वाले खास शख्स बन गए। मगर इसकी वजह से उनका ध्यान उनकी दूसरी जिम्मेदार से विमुख नहीं हुआ। उनके पास शहरी विकास मंत्रालय का दायित्व भी है। वह रोजाना निर्माण भवन के अपने दफ्तर जाते हैं और शाम तक जरूरी फाइलों को निपटाते हुए देखे जा सकते हैं। उनसे मुलाकात करने वाले हर एक व्यक्ति को डाटाबेस में अपना पूरा ब्योरा दर्ज कराना होता है। फिर जैसे ही सूरज अस्ताचल की ओर चला जाता है, तो उन्हें अपने लोकसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा का ख्याल आता है जिसका वह लोकसभा में नौवीं मर्तबा प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह अपने लोकसभा क्षेत्र का बहुत खास ख्याल रखते हैं, इतना ज्यादा कि मध्य प्रदेश में उसे 'केंद्र शासित जगह' कहा जाता है। अपने संसदीय क्षेत्र का खास ख्याल रखने की वजह से कई बार उन्हें अपनों की झिड़की भी सुननी पड़ती है। एक बार मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान उन्होंने छिंदवाड़ा से जुड़ा कोई मसला उठाया तो तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी को उन्हें यह कहना पड़ा था कि यह छिंदवाड़ा के स्थानीय निकाय की बैठक नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक है। कुछ लोग उन्हें आपातकाल के दौर में संजय गांधी से घनिष्ठïता की वजह से भी याद करते हैं। मगर वक्त के साथ न केवल अनुभव बल्कि कमलनाथ का कद भी बढ़ा है। यहां तक कि राहुल गांधी जैसे नेता उनकी मिसाल देते हैं। हाल के सूरजकुंड चिंतन शिविर में गांधी ने उनका नाम लेते हुए कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र पर उनकी जबरदस्त पकड़ है और बताया कि उनकी यह खासियत अनुकरणीय है। पार्टी में उनके दूसरे सहयोगी भी उनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं। किसी राजनीतिक दल में ऐसे विरले उदाहरण ही होते हैं। मगर उनके लिए सब कुछ बहुत आसान नहीं होने वाला। कमलनाथ की सबसे बड़ी चुनौती आने वाला बजट सत्र होगी जहां उन्हें सरकार की हर हमले से हिफाजत करनी होगी। कमलनाथ में ऐसा करने का माद्दा है-भौगोलिक विशेषताओं पर उनका नियंत्रण पहले ही साबित हो चुका है।

Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Email

संबंधित पोस्ट

  • Filter #1
  • More from author
अंतरराष्ट्रीय

US Federal Reserve: इंटरेस्ट रेट में फिर 0.50 फीसदी का इजाफा, 15 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंचीं

December 15, 2022 8:38 AM IST
अर्थव्यवस्था

MPC meet: जानिए RBI Monetary Policy review की मुख्य बातें

December 7, 2022 1:25 PM IST
अर्थव्यवस्था

RBI repo rate hike: लोन लेना हो सकता है और महंगा

December 7, 2022 12:18 PM IST
कंपनियां

Air India लगातार कर रही अपने नेटवर्क का विस्तार, 12 और विमान लीज पर लिए

December 5, 2022 7:23 PM IST
कंपनियां

Apple जल्द Samsung को पछाड़ बन जाएगी भारत की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्यातक !

December 5, 2022 6:58 PM IST
कमोडिटी

सोना 316 रुपये चढ़ा, MCX पर कीमतें 54 हजार के ऊपर

December 5, 2022 1:29 PM IST
कमोडिटी

Rabi Season 2022: चने की बोआई ने पकड़ी रफ्तार

December 2, 2022 1:49 PM IST
आपका पैसा

ITR: अब जल्दी मिलेगा रिफंड, टैक्स के एडजेस्टमेंट में भी आएगी तेजी

December 2, 2022 1:05 PM IST
अन्य

प्रदूषण नियंत्रण को लेकर बड़ा फैसला, एक जनवरी से दिल्ली-NCR में नहीं होगा डीजल ऑटो का रजिस्ट्रेशन

December 2, 2022 12:49 PM IST
अन्य

सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे पर ‘DigiYatra’ सुविधा लॉन्च की, अब आपका चेहरा ही होगा ‘बोर्डिंग पास’

December 1, 2022 4:14 PM IST
अर्थव्यवस्था

India’s Q2 GDP Growth: दूसरी तिमाही में 6.3 फीसदी की दर से बढ़ी देश की अर्थव्यवस्था

November 30, 2022 5:58 PM IST
अर्थव्यवस्था

Core Sector Growth: अक्टूबर में 8 कोर सेक्टर का उत्पादन घटकर 0.1 फीसदी रहा

November 30, 2022 5:37 PM IST
अर्थव्यवस्था

Fiscal Deficit : अप्रैल-अक्टूबर में बढ़ा फिस्कल डेफिसिट, बजट अनुमान का 45.6 प्रतिशत रहा

November 30, 2022 4:49 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

भारत अब वह देश नहीं रहा, जो अपेक्षाकृत धीमी गति से घिसट-घिसट कर चलता था : EAM जयशंकर

June 4, 2023 10:14 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

Odisha Train Accident: अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर दुख जताया

June 4, 2023 9:37 AM IST
भारत

Odisha train accident: प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी गई, PM मोदी ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया

June 4, 2023 9:14 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

US: राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेट सीलिंग बढ़ाने संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर किए

June 4, 2023 8:33 AM IST

Trending Topics


  • Market Updates
  • Stock Market Today
  • Stocks to Watch Today
  • MS Dhoni Knee Operation
  • US Debt Ceiling Bill
  • Gold-Silver Price
  • Apple iPhone
  • Bank of Maharashtra QIP
  • Rupee vs Dollar
  • Ashneer Grover

Latest News


  • भारत अब वह देश नहीं रहा, जो अपेक्षाकृत धीमी गति से घिसट-घिसट कर चलता था : EAM जयशंकर
    by मानसी वार्ष्णेय
    June 4, 2023
  • Odisha Train Accident: अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर दुख जताया
    by मानसी वार्ष्णेय
    June 4, 2023
  • Odisha train accident: प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी गई, PM मोदी ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया
    by मानसी वार्ष्णेय
    June 4, 2023
  • US: राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेट सीलिंग बढ़ाने संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर किए
    by मानसी वार्ष्णेय
    June 4, 2023
  • Odisha Train Accident: मृतक संख्या 261 हुई, भारतीय रेलवे ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए
    by अंशु
    June 3, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60431.00 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60431
380.06%
निफ्टी60431
380%
सीएनएक्स 50014954
130.08%
रुपया-डॉलर82.05
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.6017.08
IDBI Bank51.679.66
Guj. Ambuja Exp265.707.51
Welspun India80.936.40
Chola Financial600.304.48
Graphite India278.304.43
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.2017.07
F A C T320.8012.40
IDBI Bank51.709.77
Guj. Ambuja Exp265.557.66
Welspun India81.156.64
Ingersoll-Rand2763.055.53
आगे पढ़े  

# TRENDING

Market UpdatesStock Market TodayStocks to Watch TodayMS Dhoni Knee OperationUS Debt Ceiling BillGold-Silver PriceApple iPhoneBank of Maharashtra QIPRupee vs DollarAshneer Grover
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us