बांद्रा नहीं, नजर दुबई पर | |
आभास शर्मा / 12 02, 2012 | | | | |
दुनिया की सबसे ऊंची इमारत में दुनिया भर की मशहूर शख्सियतों को अपना पड़ोसी बनाने का सपना साकार करना अब कोई बहुत मुश्किल काम नहीं रह गया है। दरअसल दुबई की 829.8 मीटर लंबी गगनचुंबी इमारत बुर्ज खलीफा में फ्लैट खरीदना मुंबई के रिहायशी इलाके बांद्रा में उसी आकार का फ्लैट खरीदने से सस्ता हो सकता है। रियल एस्टेट में दिलचस्पी रखने वाले कई भारतीयों को दुबई खासा रास आ रहा है।
मुंबई के निर्यातक दिनेश शाह उन्हीं में से एक हैं। शाह जब मुंबई में मकान की तलाश कर रहे थे तो किसी ने यूं ही उन्हें सुझाव दिया, 'बांद्रा भूल जाओ और दुबई का रुख करो'। पहली बार में तो शाह ने इस बात पर कोई खास ध्यान नहीं दिया। पर बाद में थोड़ी जांच पड़ताल के बाद उन्हें पता चला कि बांद्रा में 3 बेडरूम का अपार्टमेंट उन्हें 4 से 5 करोड़ रुपये में मिलेगा जबकि दुबई में इससे अधिक सुविधाओं वाला इतना ही बड़ा अपार्टमेंट उन्हें तकरीबन आधी कीमत पर मिल सकता है।
2008 तक दुबई ज्यादातर शहरी भारतीयों की पहुंच से बाहर था। भारतीय इससे आसानी से लंदन या सिंगापुर में मकान खरीद सकते थे। मगर 2008 की आर्थिक मंदी से चीजें काफी हद तक बदल गईं। पिछले साल तक बुर्ज खलीफा में 500 वर्ग फुट का स्टूडियो अपार्टमेंट लगभग 1 करोड़ रुपये में मिल रहा था। दुबई के हार्बर रियल एस्टेट के प्रबंध निदेशक मोहनाद अलवदिया कहते हैं, 'चीजें अब बदल चुकी हैं।' हालांकि पश्चिम एशिया में प्रॉपर्टी की कीमतें फिर से बढ़ रही हैं, मगर दुबई अब भी पहुंच के अंदर ही है। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी जोंस लांग लसाले में आपॅरेशंस के सीईओ संतोष कुमार कहते हैं, 'अगर हम दिल्ली, मुंबई, बेंगलूर और कुछ दूसरे भारतीय शहरों में मौजूदा रुझान देखें तो निश्चित तौर पर दुबई में प्रॉपर्टी में निवेश करना आकर्षक है।'
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दुबई में जुमेराह, डाउनटाउन दुबई (जहां बुर्ज खलीफा है) और मरीना काफी मशहूर और संपन्न इलाके हैं। डाउनटाउन दुबई और जुमेराह में काफी सारे अपार्टमेंट्स हैं। मगर जुमेराह की एक खासियत यह है कि यह समुद्र तट से काफी नजदीक है। डाउनटाउन दुबई में 1500 वर्ग फुट के अपार्टमेंट की कीमत 3 से 4 करोड़ रुपये है। वहीं नए रिहायशी और आवासीय इलाके शेख जायद रोड में 1500 वर्ग फुट के अपार्टमेंट की कीमत तकरीबन 1 से 1.5 करोड़ रुपये है। दरअसल यह मुंबई और दिल्ली के उपनगरीय इलाकों से भी सस्ता है। अलवदिया बताते हैं कि दुबई की स्पोट्र्स सिटी में 1 बीएचके (बेडरूम-हॉल-किचन) का फर्नीचर युक्त मकान आपको 60 लाख रुपये में मिल जाएगा।
अलवदिया के मुताबिक दो तरह के खरीदार दुबई में मकान की तलाश करते हैं: एक तो वे जो गगनचुंबी इमारतों में अपार्टमेंट खरीदना चाहते हैं और दूसरे वे जो लक्जरी विला खरीदने में दिलचस्पी रखते हैं। वह कहते हैं कि पिछले एक साल में जहां अपार्टमेंट का बाजार घटा है वहीं विला की मांग बढ़ी है। उम सुकेम और अल खली इलाकों में 3 बेडरूम के विला की कीमत 4.5 करोड़ रुपये से शुरू होती है। पाम जुमेराह में सुपर लक्जरी विला की कीमत 15 करोड़ रुपये से अधिक होती है।
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दुबई की कंस्ट्रक्शन कंपनी एम्मार के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि दुबई भारतीयों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है क्योंकि यहां का जीवन स्तर और यहां की बुनियादी ढांचा सुविधाएं भारत से काफी बेहतर हैं। दुबई पश्चिम एशिया के कुछ दूसरे देशों की तुलना में अधिक शहरी भी है। दुबई लैंड डिपार्टमेंट के रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट प्रमोशन ऐंड मैनेजमेंट सेंटर के अध्ययन के मुताबिक दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने वाले विदेशियों में सबसे आगे भारतीय हैं। अगस्त 2012 में कराए गए इस अध्ययन से पता चला है कि भारतीयों ने यहां तकरीबन 5,670 करोड़ रुपये की 2,173 संपत्तियां खरीदी हैं। इस अध्ययन से आगे पता चलता है कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में रियल एस्टेट सौदों का कुल मूल्य 95,380 करोड़ रुपये से अधिक का रहा। वर्ष 2011 की समान अवधि से यह 21 फीसदी अधिक है।
साल 2002 में पहली बार दुबई ने प्रीहोल्ड मालिकाना हक देकर रियल एस्टेट में विदेशी निवेश के लिए दरवाजे खोल दिए। अगले 5 सालों में बुनियादी ढांचा विकास में तेजी आने से प्रॉपर्टी की कीमतें भी बढीं। रियल्टी कंपनियों का मानना है कि 2004 से 2008 के बीच बाजार पर पूरी तरह से अटकलें हावी थीं और इस वजह से कीमतें काफी ऊपर थीं। 2007 से 2008 के बीच दुबई में रियल एस्टेट के दाम 80 फीसदी तक बढ़ गए। मगर 2009 के बाद इनमें 60 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। अब कीमतें वापस से चढ़ रही हैं, हालांकि मौजूदा स्तर पर कीमतें लंबी अवधि में बढिय़ा रिटर्न का आश्वासन भी दे रही हैं। दिल्ली में प्रॉपर्टी की कीमतें सालाना तकरीबन 15 फीसदी बढ़ती हैं। अलवदिया बताते हैं कि दुबई में 2012 की पहली छमाही में प्रॉपर्टी के सौदे 2011 के मुकाबले 50 फीसदी बढ़े हैं।
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पेशे से वकील रोहित कोछड़ का दुबई, सिंगापुर और लंदन में कार्यालय है, उन्होंने भी बुर्ज खलीफा में एक मकान खरीदा है। वह कहते हैं, 'दुनिया की सबसे ऊंची इमारत में रहना आपकी शानो शौकत, आपके रुतबे को दर्शाता है।' हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस अपार्टमेंट को खरीदने के लिए उन्होंने कितना खर्च किया।
सबसे अधिक खरीदारी फिल्मी सितारों, उद्योगपतियों और धनाढ्यों की ओर से होती है। फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और मोहन लाल की बुर्ज खलीफा में प्रॉपर्टी हैं। बताया जाता है कि डेविड बेकहम, ब्रैड पिट और एंजलीना जोली की तरह पाम जुमेराह में शाहरुख खान का एक टापू है। दुबई में एक रियल एस्टेट एजेंट माजिद एल राशिद बताते हैं कि बैंकर, पेशेवर और वकील भी यहां निवेश कर रहे हैं। वे मरडिफ, ओद मेथा और राशीदिया जैसे उपनगरीय इलाकों में रहना पसंद करते हैं।
रियल एस्टेट एजेंट इच्छुक खरीदारों को 'रियल्टी पैकेज' लेने की सलाह देते हैं जिसमें आपको दो से तीन दिन दुबई में रहने और वहां की संपत्तियों का सर्वेक्षण करने का मौका मिलता है। महंगी प्रॉपर्टी खरीदते वक्त ध्यान रखें कि विदेशी मुद्रा के किसी नियम का उल्लंघन न हो। भारतीय रिजर्व बैंक हर साल 2 लाख डॉलर तक के निवेश का इजाजत देता है। साथ ही यह भी सुनिश्चित कर लें कि आपका ब्रोकर रियल एस्टेट रेग्युलेटरी एजेंसी के पास पंजीकृत हो। आपको मुख्य रूप से पासपोर्ट की कॉपी, 6 महीने की आय का प्रमाण, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट और 36 महीनों का क्रेडिट रिकॉर्ड चाहिए होगा। खरीदार को प्रॉपर्टी मूल्य का 1 फीसदी पंजीकरण शुल्क के तौर पर दुबई लैंड डिपार्टमेंट को देना पड़ता है। प्रॉपर्टी खरीदने के लिए आपको कर्ज भी मिल जाते हैं, मगर उन्हीं संपत्तियों के लिए जिनका निर्माण पूरा हो चुका है। राशिद बताते हैं कि ब्याज दरें तकरीबन 10 से 11 फीसदी होती हैं।
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