काइनेटिक मोटर्स का अधिग्रहण करने के बाद महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ऑटोमेटिक स्कूटर्स के साथ दोपहिया वाहनों के बाजार में कदम रखेगी।
इस श्रेणी में काइनेटिक के स्कूटर काफी पसंद किए गए हैं इसीलिए हो सकता है कि महिंद्रा ऐंड महिंद्रा इन स्कूटरों को महिंद्रा-काइनेटिक ब्रांड के तहत बाजार में पेश करे। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के नामांकित अध्यक्ष (दोपहिया वाहन) अनूप माथुर ने कहा, 'काइनेटिक और महिंद्रा अभी अपने -अपने क्षेत्र की नामी कंपनियां हैं। इसीलिए हम भविष्य में वाहनों को महिंद्रा-काइनेटिक ब्रांड के तहत भी उतारा जा सकता है।'
फिलहाल कंपनी दोपहिया उद्योग में ऑटोमेटिक स्कूटरों के बाजार पर ही ध्यान केंद्रित करेगी। माथुर ने कहा, 'शुरुआत में कंपनी बगैर गियर वाले स्कूटरों के निर्माण पर ही ध्यान देगी। पिछले तीन-चार साल में इस बाजार ने काफी अच्छी दर से विकास किया है। काइनेटिक के जिन मॉडलों ने अच्छा कारोबार किया है उन्हें बरकरार रखा जाएगा और जिनका कारोबार अच्छा नहीं रहा है उनका उत्पादन बंद कर दिया जाएगा।'
काइनेटिक की भारतीय ऑटोमेटिक स्कूटर के बाजार में तीन फीसदी हिस्सेदारी है। ताईवान की कंपनी सिम के साथ एक समझौते के तहत कंपनी काइनेटिक फ्लाइट नाम से 125 सीसी वाली स्कूटी बेचती है। इटली की कंपनी इतालजेट के साथ हुए करार के तहत कंपनी के पास 165 सीसी इंजन की श्रेणी में सात मॉडल बेच सकती है।
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की रणनीति सिम की तकनीकी क्षमता का इस्तेमाल कर 160 सीसी इंजन की क्षमता वाली प्रीमियम ऑटोमेटिक स्कूटर लाने की भी हो सकती है। प्रतिद्विंद्वी कंपनी के अधिकारी ने कहा, 'लेकिन ऐसा करने के लिए कंपनी को और दो साल लगेंगे। भारत में लोग बिना गियर वाले स्कूटर अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए लेते हैं न कि मोटरसाइकिलों की तरह अच्छी परफॉर्मेंस के लिए।'