निप्पॉन-रिलायंस एएमसी आए साथ | बीएस संवाददाता / मुंबई January 19, 2012 | | | | |
जापान की जीवन बीमा कंपनी निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने रिलायंस कैपिटल एसेट मैंनेजमेंट (रिलांयस एयूएम ) में 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौते के मसौदे (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी यह हिस्सेदारी 1,450 करोड़ में खरीदेगी। भारतीय म्युचुअल फंड उद्योग में यह सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है। रिलांयस एयूएम अनिल धीरूभाई अंबानी समूह-रिलायंस कैपिटल की वित्तीय सेवा कंपनी है।
इस संबंध में जारी विज्ञप्ति के अनुसार जापान की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी ने रिलांयस एयूएम का मूल्यांकन 5,600 करोड़ (1.1 अरब डॉलर) रुपये या कुल परिसंपत्ति का 6.64 फीसदी तय किया है। पिछले कुछ साल में म्युचुअल फंड क्षेत्र में हुए यह किसी भी सौदे की रकम से अधिक है। गोल्डमैन सैक्स ने बेंचमार्क म्युचुअल फंड 130.5 करोड़ रुपये में खरीदा था यानी यह मूल्यांकन कुल परिसंपत्ति का 4.1 फीसदी था। सितंबर 2009 में एलऐंडटी फाइनैंस ने डीबीएस चोला म्युचुअल फंड को 45 करोड़ रुपये (कुल परिसंपत्ति का 1.5 फीसदी) में खरीदा था।
इस मूल्यांकन के करीब मात्र एक सौदा हुआ था जिसके तहत आईडीएफसी ने स्टैंडर्ड चार्टर्ड म्युचुअल फंड को 2008 में खरीदा था। कंपनी ने इसके लिए 831 करोड़ रुपये या कुल परिसंपत्ति का 5.7 फीसदी का भुगतान किया था।
म्युचुअल फंड उद्योग में सौदे का मूल्यांकन फंड कंपनी के परिसंपत्ति मिश्रण, नेटवर्क की मजबूती, लंबी अवधि में आय की संभावनाएं और मुनाफे के आधार पर होता है।
लंबी अवधि में इक्विटी प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति जितनी अधिक होती है, मूल्यांकन भी उतना ही अधिक होता है। ऐसा इसलिए कि इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाएं डेट और अन्य फंड श्रेणियों के मुकाबले एक निश्चित अवधि में बेहतर प्रतिफल अर्जित करती हैं। रिलांयस एयूएम ने दूसरी बार हिस्सेदारी बेची है। 2008 में हेज फंड प्रबंधक इटॉन पार्क कैपिटल मैंनेजमेंट ने 501 करोड़ रुपये में 4.76 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।
निप्पोन लाइफ निजी क्षेत्र की एशिया की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है जो 600 अरब डॉलर (30 लाख करोड़ रुपये) परिसंपत्ति का प्रबंधन करती है। विज्ञप्ति के अनुसार 31 मार्च 2011 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में कंपनी को 3,49,834 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई थी और मुनाफा 12,199 करोड़ रुपये रहा था।
इस सौदे पर अपनी प्रतिक्रिया में रिलायंस कैपिटल के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा, 'म्युचुअल फंड कारोबार में निप्पोन को एक रणनीतिक साझेदार के रूप में पाकर हम खुश हैं। जीवन बीमा कारोबार में वह पहले से ही हमारे साथ है। इस सौदे से दोनों कंपनियों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे।' दूसरी तरफ निप्पोन लाइफ के अध्यक्ष योशिनोबू सुत्सुई ने सौदे पर अपनी प्रतिक्रिया कुछ यूं दी, 'रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैंनेजमेंट के साथ साझेदारी से हम खुश हैं।'
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