टाटा जैसे महारथी मोबाइल ऑपरेटर द्वारा ब्लैकबेरी मोबाइल सेवा पर उठाए जा रहे विवाद के बावजूद सरकार ने शुक्रवार को इसको 'टाटा' कहने यानी प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया।
हालांकि सरकार ब्लैकबेरी के सुरक्षा पहलुओं पर विचार करेगी। दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने एक संवाददाता समारोह में कहा,'हम इस मामले पर दूरसंचार आयोग में चर्चा करेंगे।
देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है।' देश की लगभग तमाम मोबाइल कंपनियां जैसे रिलायंस कम्यूनिकेशंस, बीपीएल और वोडाफोन-एस्सार ब्लैकबेरी की ही तरह दूसरे ब्रांड के नाम से पुश मेल सेवा की पेशकश कर रही है।
हालांकि ब्लैकबेरी पेटेंट डिवाइस का इस्तेमाल करती है जबकि ये कंपनियां सिबिंयन और माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रही हैं।
इस समय ब्लैकबेरी सेवा का उपयोग 4 लाख से अधिक उपभोक्ता कर रहे हैं। दूरसंचार विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ब्लैकबेरी सेवा उपलब्ध करानेवाली सभी ऑपरेटरों पर निगाहें रख रहा है।